Canada Plane Crash / एक और विमान हादसा...दक्षिण कोरिया के बाद कनाडा में भी हुआ प्लेन क्रैश

कनाडा के हैलीफैक्स एयरपोर्ट पर PAL एयरलाइंस का विमान AC2259 हादसे का शिकार हो गया। लैंडिंग गियर टूटने से विमान में आग लग गई, लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। यह हादसा दक्षिण कोरिया के मुआन एयरपोर्ट पर हुए विमान दुर्घटना के कुछ घंटे बाद हुआ।

Vikrant Shekhawat : Dec 29, 2024, 11:50 AM
Canada Plane Crash: हाल ही में दक्षिण कोरिया और कनाडा में दो बड़े विमान हादसों ने दुनियाभर को सकते में डाल दिया है। पहले दक्षिण कोरिया के मुआन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक विमान दुर्घटना हुई, और अब कनाडा के हैलीफैक्स एयरपोर्ट पर एक विमान हादसे की खबर आई है। यह दोनों घटनाएँ एक ही दिन में हुईं, जो विमानन सुरक्षा के लिहाज से एक चिंताजनक संकेत हैं।

दक्षिण कोरिया का मुआन विमान हादसा:

दक्षिण कोरिया के मुआन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक विमान हादसा हुआ जिसमें 181 लोग सवार थे। जेजू एयरलाइन का यह विमान बैंकॉक से दक्षिण कोरिया लौट रहा था। विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण अब तक 120 लोगों की मौत हो चुकी है, और यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। हादसे के समय विमान में 6 क्रू मेंबर्स और 175 यात्री सवार थे। घटनास्थल पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने दो लोगों को सुरक्षित निकाला, जबकि बाकी लोगों की जान गंवाने की दुखद खबरें सामने आईं। इस हादसे ने विमानन सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर से तूल दिया है।

कनाडा का एयरलाइंस हादसा:

इसके बाद कनाडा में भी एक विमान हादसा हुआ। यह हादसा हैलीफैक्स एयरपोर्ट पर हुआ, जहां PAL एयरलाइंस का विमान AC2259 रनवे से फिसल गया। विमान सेंट जॉन्स से उड़ान भरने के बाद हैलीफैक्स एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। लैंडिंग गियर टूटने के कारण विमान में आग लग गई, हालांकि कोई जानमाल का नुकसान होने की सूचना फिलहाल नहीं है। इस हादसे के बाद एयरपोर्ट को तत्काल बंद कर दिया गया। विमान में कितने लोग सवार थे, इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन एक पैसेंजर ने बताया कि विमान में 80 तक यात्री बैठ सकते हैं और विमान पूरी तरह भरा हुआ था।

विमानन सुरक्षा की ओर ध्यान देने की आवश्यकता:

दक्षिण कोरिया और कनाडा में एक ही दिन में हुए विमान हादसे विमानन सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाते हैं। इन हादसों के कारण दुनियाभर में एयरलाइंस कंपनियों और एयरपोर्ट प्रशासन से अधिक सतर्कता की उम्मीदें बढ़ गई हैं। विमान हादसों के बाद रेस्क्यू ऑपरेशंस में समय पर मदद पहुंचाना और यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना जरूरी है।

हालांकि, अभी तक दोनों हादसों में हताहतों की संख्या की पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन यह घटनाएँ हमें यह याद दिलाती हैं कि विमानन सुरक्षा में सुधार की आवश्यकता बनी हुई है। वैश्विक स्तर पर एयरलाइंस कंपनियों और संबंधित अधिकारियों को ऐसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए और अधिक प्रभावी कदम उठाने होंगे।

इन दोनों घटनाओं के बीच समय का अंतर इतना कम था कि यह एक दुर्लभ संयोग जैसा लगता है। फिर भी, इससे हमें यह सीखने को मिलता है कि सुरक्षा को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए और हर विमान हादसे को गंभीरता से विश्लेषण करना चाहिए।