Farmers Protest / किसानों का बड़ा ऐलान- ट्रैक्टर मार्च के बाद एक फरवरी को करेंगे संसद मार्च

दिल्ली बार्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने सोमवार को बड़ा ऐलान किया। किसान गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च के बाद एक फरवरी को संसद मार्च करेंगे। सिंधु बार्डर पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में ट्रैक्टर रैली पर पुलिस की आशंकाओं को भी किसानों ने दूर किया। किसानों ने कहा कि दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर हम शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर रैली करेंगे और रैली करने के बाद अपने स्थान पर वापस आ जाएंगे।

Vikrant Shekhawat : Jan 25, 2021, 08:11 PM
Farmers Protest | दिल्ली बार्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने सोमवार को बड़ा ऐलान किया। किसान गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च के बाद एक फरवरी को संसद मार्च करेंगे। सिंधु बार्डर पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में ट्रैक्टर रैली पर पुलिस की आशंकाओं को भी किसानों ने दूर किया। 

किसानों ने कहा कि दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर हम शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर रैली करेंगे और रैली करने के बाद अपने स्थान पर वापस आ जाएंगे। हमारा आंदोलन 26 जनवरी के बाद भी चलेगा। 

क्रांतिकारी किसान यूनियन के दर्शन पाल ने कहा कि एक फरवरी को हम दिल्ली के अलग-अलग जगहों से संसद की ओर पैदल मार्च करेंगे। इस दिन कैसे कहां जाना है, ये हम 28 जनवरी को तय करेंगे।

ट्रैक्टर रैली पर स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने कहा कि कल नौ जगहों से किसान गणतंत्र परेड निकलेगा। सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, गाज़ीपुर बॉर्डर, धंसा बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर इसके अलावा 4 और बॉर्डर हैं जो कि हरियाणा बॉर्डर पर होगा। कल शाहजहांपुर से गणतंत्र परेड निकलेगा और यहां से 20-25 राज्यों की झांकियां निकलेगी। कल जो भी परेड होगा वो शांतिपूर्ण तरीके से होगा।

योगेंद्र यादव ने कहा कि ट्रैक्ट्रर मार्च से देश की गणतंत्र की इज्जत बढ़ेगी, घटेगी नहीं। किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के श्रवण सिंह पंढेर ने कहा कि ट्रैक्टर मार्च पूरी तरह शांतिपूर्ण होगी। 

इससे पहले किसानों के प्रस्तावित ट्रैक्टर मार्च को लेकर पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव सोमवार को सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे। इस क्रम में वह मुकरबा चौक पर पहुंचे, जहां से मार्च को मुड़ना है। इसके बाद उन्होंने टिकरी बार्डर का भी दौरा किया।

पुलिस आयुक्त ने कहा कि किसान संगठन प्रतिनिधियों से बात के बाद तीन रूट चिन्हित किया गया है। इस रूट का जिक्र किसान प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए अपने आवेदन में भी किया गया है। इसके अलावा पुलिस लगातार किसान संगठनों के सम्पर्क में है। किसान संगठन प्रतिनिधियों को इन रूट के बारे में पूरी जानकारी भी दी गई है।