देश / सेना की बढ़ी ताकत, DRDO ने आकाश मिसाइल के नए वर्जन 'आकाश प्राइम' का किया सफल परीक्षण

भारतीय सेना की ताकत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से दुश्मन देशों की परेशानियां बढ़ती ही जा रही है। इस बीच भारतीय रक्षा अनुसंधान केंद्र ने कुछ ऐसा कारनामा किया है। जिससे भारतीय सेना सैन्य उपकरणों के मामलों में और मजबूत हो जाएगी। डीआरडीओ ने अकाश मिसाइल के नए वर्जन यानी की अपडेटेड वर्जन 'आकाश प्राइम' का सफल परीक्षण किया है। ये मिसाइल सतह से हवा में आसानी से अपने लक्ष्य को भेद सकती है।

Vikrant Shekhawat : Sep 28, 2021, 05:31 PM
भारतीय सेना (Indian Army) की ताकत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से दुश्मन देशों की परेशानियां बढ़ती ही जा रही है। इस बीच भारतीय रक्षा अनुसंधान केंद्र (DRDO) ने कुछ ऐसा कारनामा किया है। जिससे भारतीय सेना सैन्य उपकरणों के मामलों में और मजबूत हो जाएगी। डीआरडीओ ने अकाश मिसाइल (Akash Missile) के नए वर्जन यानी की अपडेटेड वर्जन 'आकाश प्राइम' (Akash Prime)  का सफल परीक्षण किया है। ये मिसाइल सतह से हवा में आसानी से अपने लक्ष्य को भेद सकती है।  

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, डीआरडीओ ने बताया कि 'आज आकाश मिसाइल के एक नए वर्जन 'आकाश प्राइम' का एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर), चांदीपुर, ओडिशा से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। मिसाइल ने परीक्षण के दौरान हवा में ही मानवरहित हवाई लक्ष्यों को रोककर नष्ट कर दिया।'

इस बीच मिसाइल के परीक्षण का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि लॉन्च होने के बाद मिसाइल हवा में जाते हुए दिखाई दे रहा है। इस दौरान लक्षित किए गए टारगेट को वो बड़ी आसानी के साथ हवा में ही मार गिराता है।

आपको बता दें कि इससे पहले जुलाई में डीआरडीओ ने स्वदेशी रूप से विकसित नई पीढ़ी की आकाश मिसाइल (आकाश-एनजी) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। 

आकाश मिसाइल 

आकाश मिसाइल DRDO (DRDO) द्वारा विकसित और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित एक मध्यम दूरी की मोबाइल SAM (सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल) प्रणाली है। आकाश मिसाइल प्रणाली 18,000 तक की ऊंचाई पर 50-80 किमी दूर तक निशाना लगा सकती है। मिसाइल में लड़ाकू जेट, हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल और क्रूज मिसाइल जैसे हवाई लक्ष्यों को बेअसर करने की क्षमता है।