Manipur Violence News / आगजनी, अपहरण और अब इंटरनेट बंद... मणिपुर को सुलगाने की साजिश

मणिपुर में बोरोबेक्रा में सुरक्षाबलों और उग्रवादियों की मुठभेड़ के बाद, राहत शिविर से छह लोगों के अपहरण और तीन शव मिलने से तनाव बढ़ गया। इंफाल और जिरीबाम में विरोध प्रदर्शन हुए। शांति बनाए रखने के लिए छह जिलों में इंटरनेट सस्पेंड कर दिया गया। गृह मंत्रालय ने कार्रवाई के निर्देश दिए।

Vikrant Shekhawat : Nov 16, 2024, 10:26 PM
Manipur Violence News: मणिपुर में एक बार फिर तनावपूर्ण हालात पैदा हो गए हैं। हाल ही में बोरोबेक्रा क्षेत्र में सुरक्षाबलों और उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद, राहत शिविर से छह लोगों के अपहरण ने राज्य में अशांति को और बढ़ा दिया है। इस घटना के बाद इंफाल पूर्व के लमलाई और चालौ गांव की महिलाओं ने सड़कों पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया। राज्य सरकार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए छह जिलों में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया है।

तीन शव मिलने से और बढ़ा तनाव

घटना के बाद मणिपुर-असम सीमा पर जिरी नदी और बराक नदी के संगम से तीन शव बरामद किए गए हैं। अधिकारियों को आशंका है कि ये शव अपहृत छह लोगों में से हो सकते हैं। हालांकि, पुलिस अभी शवों की पहचान करने में जुटी हुई है।

इंफाल घाटी के नागरिक संगठनों का आरोप है कि उग्रवादियों ने बोरोबेक्रा पुलिस थाने पर हमला विफल होने के बाद पीछे हटते समय इन लोगों का अपहरण कर लिया था। इस दावे से स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ गया है।

विरोध प्रदर्शन और स्थानीय नेताओं पर आरोप

लापता लोगों की तत्काल रिहाई की मांग को लेकर इंफाल और जिरीबाम में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने मोमबत्तियां जलाकर अपना विरोध जताया और स्थानीय राजनेताओं, खासतौर पर जिरीबाम के विधायक पर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना है कि अपहृत लोगों की तलाश के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किए गए।

इंटरनेट निलंबन और शांति बहाली के प्रयास

घटनाओं के बाद राज्य सरकार ने छह जिलों में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। सरकार ने यह कदम अफवाहों को रोकने और शांति बनाए रखने के लिए उठाया है। इसके साथ ही, विद्यालयों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मणिपुर की स्थिति पर ध्यान देते हुए सभी सुरक्षा बलों को शांति बहाल करने और आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है। मंत्रालय ने स्वीकार किया है कि राज्य में हालात नाजुक बने हुए हैं और दोनों समुदायों के सशस्त्र समूह हिंसा में शामिल हैं।

समाधान की तलाश

मणिपुर की वर्तमान स्थिति चिंताजनक है। उग्रवादी हिंसा और आपसी संघर्ष ने राज्य की शांति को गहरे संकट में डाल दिया है। इस समय प्रशासन, सुरक्षा बलों और नागरिक समाज को मिलकर काम करने की आवश्यकता है ताकि हालात पर काबू पाया जा सके और प्रभावित परिवारों को न्याय दिलाया जा सके।

स्थिति को स्थिर करना और समुदायों के बीच विश्वास बहाल करना मणिपुर में दीर्घकालिक शांति के लिए अनिवार्य है।