Science / धरती के लिए सबसे बड़ी आपदा होगा Asteroid 29075 1950 DA, लाएगा 400 फीट ऊंची लहरों की सुनामी

धरती के करीब से Asteroids (क्षुद्रग्रहों) का गुजरना नई बात नहीं है और अमेरिका की स्पेस एजेंसी इन पर नजर भी रखती है। आज हम आपको बताते हैं एक ऐसे विशाल ऐस्टरॉइड के बारे में जिसके धरती से टकराने से अटलांटिक महासागर में 400 फीट की सुनामी की लहरें अमेरिका के तट पर तबाही मचा सकती हैं।

NavBharat Times : Aug 07, 2020, 04:38 PM
Delhi: धरती के करीब से Asteroids (क्षुद्रग्रहों) का गुजरना नई बात नहीं है और अमेरिका की स्पेस एजेंसी (NASA) इन पर नजर भी रखती है। आज हम आपको बताते हैं एक ऐसे विशाल ऐस्टरॉइड के बारे में जिसके धरती से टकराने से अटलांटिक महासागर में 400 फीट की सुनामी की लहरें अमेरिका के तट पर तबाही मचा सकती हैं। यह है Asteroid 29075 1950। यह Asteroid एक किलोमीटर चौड़ा है जिसे Potentially Hazardous Asteroids (PHA) की श्रेणी में रखा गया है। हालांकि, गौर करने वाली बात यह है कि यह एक NEO (Near earth Object) श्रेणी का Asteroid है यानी धरती के करीब। NASA की Sentry Risk Table में ऐसे खतरनाक Asteroids पर नजर रखी जाती है ताकि भविष्य में इनसे होने वाले खतरे से बचा जा सके। 

इसलिए सबसे बड़ा खतरा है यह ऐस्टरॉइड

इसके बाद वैज्ञानिक इसको स्टडी करने में लग गए कि अगर ऐसा होता है तो इस घटना का क्या असर होगा। अभी तक के अनुमान के मुताबिक यह Asteroid 16 मार्च, 2880 में धरती के इतने करीब आएगा कि टक्कर की संभावना पैदा होगी। हालांकि, इसकी संभावना बेहद कम है लेकिन इतिहास में इतने विशाल Asteroid की टक्कर धरती से हुई है जिसके भयावह नतीजे भी हुए हैं। इसलिए वैज्ञानिक इसे स्टडी कर रहे हैं। वहीं, Asteroids के रास्ते पर कई कारणों से फर्क भी पड़ सकता है। सूरज की गर्मी से इनके जलने पर निकलने वाली ऊर्जा एक थ्रस्ट की तरह काम करती है जो इनके रास्ते को बदल सकती है। ऑर्बिटल मकैनिक्स के सिद्धांतों की मदद से वैज्ञानिकों के लिए यह पता लगाना मुमकिन हो जाता है कि Asteroid कब पृथ्वी के पास से गुजरेगा। 

टक्कर हुई तो यह होगा असर

अगर यह Asteroid वाकई में धरती से टकराता है तो हो सकता है कि यह किसी महासागर में आ गिरे क्योंकि पृथ्वी का बड़ा हिस्सा पानी ही है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, सैंटा क्रूज के वैज्ञानिकों ने एक Computer Simulation के जरिए इस टक्कर का मॉडल तैयार किया है। उनके मुताबिक अगर यह Asteroid अटलांटिक महासागर में गिरा तो 400 फीट ऊंची सुनामी की लहरें पैदा हो सकती हैं। संस्थान के रिसर्चर स्टीवन वॉर्ड ने इस बारे में बताया था कि डायनोसॉर्स के निशान को धरती से खत्म करने वाले Asteroid की टक्कर के बाद से 1950 DA जैसे Asteroids कम से कम 600 बार धरती पर आ चुके हैं। 

महासागर के तले में हो जाएगा गड्ढा

इस स्टडी के लिए रिसर्चर्स ने सबसे पहले यह पता लगाया कि यह ऐस्टरॉइड धरती के किस हिस्से के करीब होगा। अभी तक के कैलकुलेशन के मुताबिक यह अमेरिकी तट से करीब 360 मील दूर अटलांटिक महासागर में होगा। डॉ वॉर्ड बताते हैं कि करीब 60 हजार मेगाटन का Asteroid टक्कर के बाद जल जाएगा और इसका इंपैक्ट इतना भयानक होगा कि 11 मील की चौड़ाई में महासागर के तले तक गड्ढा बन जाएगा। इस गड्ढे में जैसे जैसे पानी भरेगा, उससे बनने वाले रिंग्स हर दिशा में लहरें पैदा करेंगे। पहले ये लहरें छोटी छोटी होंगी और फिर 3-4 मिनट के अंतराल पर ये बेहद विशाल होती जाएंगी। 

400 फीट ऊंचीं लहरें

यहां तक कि टक्कर के दो घंटे बाद ये Cape Cod से Cape Hatteras तक 400 फीट ऊंची होकर और चार घंटे बाद पूरे पूर्वी तट पर 200 फीट ऊंची होकर पहुंचेंगी। आठ घंटे बाद ये यूरोप पहुंच जाएंगी और इनकी ऊंचाई तब 30-40 फीट होगी। NASA का अनुमान है कि साल 3000 तक आने वाली किसी भी आपदा के मुकाबले 1950DA से धरती को 50 प्रतिशत ज्यादा खतरा है। 

फरवरी में पता चलेगा कितना खतरा...

साल 2002 में NASA के वैज्ञानिकों ने पाया था कि इस Asteroid के धरती से टकराने की 0.33 प्रतिशत संभावना है। हालांकि, समय के साथ यह खतरा कम होता पाया गया है और 2015 में अपेडट किए गए आकलन के मुताबिक इसके आने की संभावना 0.012% ही है। वहीं, एजेंसी का कहना है कि अगले साल 5 फरवरी को यह Asteroid धरती के करीब आएगा और तब पता चलेगा कि भविष्य में जब इसकी धरती से दूरी और कम हो जाएगी तो इससे टक्कर की कितनी संभावना होगी।