विदेश / ऑस्ट्रेलिया ने यात्रा उद्देश्यों के लिए भारत की कोवैक्सीन को दी मान्यता

ऑस्‍ट्रेलिया ने हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन व चीन की BBIBP-CorV वैक्सीन को यात्रा उद्देश्यों के लिए मान्यता दे दी है। एक रिलीज़ के अनुसार, इस मान्यता के बाद 12 साल व उससे अधिक उम्र के कोवैक्‍सीन लगवाने वाले यात्री और BBIBP-CorV लगवाने वाले 18 से 60 साल के लोग ऑस्‍ट्रेलिया की यात्रा कर सकते हैं।

Vikrant Shekhawat : Nov 01, 2021, 04:04 PM
कैनबरा: भारत में बने कोरोना टीके को भले ही अभी विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से मंजूरी नहीं मिली है, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने इसे अप्रूव्ड टीकों की सूची में शामिल किया है। भारत बायोटेक की ओर से बनाई गई कोवैक्सीन को ऑस्ट्रेलिया ने यात्रियों के वैक्सीनेशन स्टेटस के लिए मंजूर कर लिया है। ऑस्ट्रेलिया में भारत के उच्चायुक्त बैरी ओ फारेल ने यह जानकारी दी है। ऑस्ट्रेलिया सरकार की ओर से कोवैक्सीन को यह ग्रीन सिग्नल ऐसे वक्त में मिला है, जब विश्व स्वास्थ्य संगठन से मंजूरी के लिए देसी टीके को कई सप्ताह से इंतजार है। इस वैक्सीन को मंजूरी देने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ और जानकारी की मांग की है।

वैश्विक संस्था का कहना है कि कुछ और जानकारी की जरूरत है। उसके आधार पर ही वैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर मंजूरी दी जा सकती है। इससे पहले 26 अक्टूबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन की मीटिंग थी, जिसमें कोवैक्सीन को मंजूरी दिए जाने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अब 3 नवंबर को WHO की मीटिंग होने वाली है। इस बैठक में भारत बायोटेक के टीके कोवैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है। इसी साल 19 अप्रैल को ही भारत बायोटेक की ओर से वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के समक्ष आवेदन किया गया था। इस टीके को भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के साथ मिलकर तैयार किया था।

ऑस्ट्रेलिया सरकार की ओर से कोविशील्ड वैक्सीन को पहले ही मान्यता दी जा चुकी है। भारत में अब तक 90 फीसदी टीके कोविशील्ड के ही लगाए गए हैं। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने फाइजर, मॉडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन, सिनोवैक, सिनोफार्म और भारत बायोटेक के टीकों को भी मंजूरी दी है।