IPL 2021 / अगर विदेशी खिलाड़ी शेष आईपीएल में नहीं खेले, तो यह बड़ी कार्रवायी करेगा बीसीसीआई

इन खिलाड़ियों का टूर्नामेंट से हटने का फैसला इन्हें खासा महंगा पड़ने जा रहा है. सूत्रों की मानें, तो विदेशी खिलाड़ियों को अब उतना ही पैसा दिया जाएगा, जितने मैच उन्होंने खेले. मतलब यह कि पैट कमिंस जैसे महंगे खिलाड़ियों को मोटी चपत लगने जा रही है. बोर्ड अधिकारी एक वेबसाइट से बातचीत में कहा कि हां यह बिल्कुल सही बात है.

Vikrant Shekhawat : Jun 04, 2021, 09:51 PM
IPL 2021 | अब जहां अब यह साफ हो गया है कि पिछले दिनों स्थगित हुए इंडियन प्रीमिय लीग (IPL 2021) के बाकी हिस्सा यूएई में आयोजित होगा, तो वहीं कुछ विदेशी खिलाड़ियों बाकी मैचों में न खेलने की खबरों को लेकर बीसीसीआई (BCCI) गंभीर हो चला है. पहले पैट कमिंस (Pat Cummmis) ने यह साफ-साफ कह दिया कि वह बाकी मैचों में केकेआर को सेवाएं नहीं दे पाएंगे, तो इसके बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने कह दिया कि वह अपने खिलाड़ियों को एनओसी प्रदान नहीं करेगा. इसी के बाद भारतीय बोर्ड ने कई विकल्पों पर काम करना शुरू कर दिया था. इसमें एक विकल्प विदेशी खिलाड़ियों के लिए फिर से नीलामी करने जैसी भी बात थी. वहीं, इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के निदेशक एश्ले जाइल्स भी पहले ही कह चुके हैं कि इंग्लैंड के खिलाड़ी शेष 31 मैचों में नहीं खेल पाएंगे. ऐसा इसलिए है क्योंकि अगले कुछ महीनों में इंग्लैंड को कई अहम टेस्ट सीरीज खेलनी हैं. कई ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के क्रिकेटों के भी हटने  की चर्चा है. 

बहरहाल, इन खिलाड़ियों का टूर्नामेंट से हटने का फैसला इन्हें खासा महंगा पड़ने जा रहा है. सूत्रों की मानें, तो विदेशी खिलाड़ियों को अब उतना ही पैसा दिया जाएगा, जितने मैच उन्होंने खेले. मतलब यह कि पैट कमिंस जैसे महंगे खिलाड़ियों को मोटी चपत लगने जा रही है. बोर्ड अधिकारी एक वेबसाइट से बातचीत में कहा कि हां यह बिल्कुल सही बात है. अगर विदेशी खिलाड़ी यूएई नहीं पहुंचते हैं, तो फ्रेंचाइजी मालिकों को उनका वेतन काटने का अधिकार होगगा. और उन्हें केवल अनुपात के हिसाब से भुगतान किया जाएगा. 

उदाहरण के तौर पर कमिंस आईपीएल के इतिहास में सबसे मंहगे विदेशी खिलाड़ी हैं. उन्हें केकेआर ने 15.5 करोड़ में खरीदा था. अगर कमिंस यूएई में नहीं खेलते हैं, तो उन्हें करीब 7.75 करोड़ रुपये का ही भुगतान होगा. सूत्रों के अनुसार, अगर खिलाड़ी मैच या नेट प्रैक्टिस के दौरान चोटिल हो जाता है, तो वह अपना पूरा वेतन पाने का अधिकारी है. बीसीसीआई के पूरा टूर्नामेंट आयोजित न कराने की सूरत में भी खिलाड़ी को पूरा वेतन मिलेगा. लेकिन अगर खिलाड़ी खुद को अनुपलब्ध करार देता है, तो उसे मैचों के आनुपातिक आधार पर भुगतान किया जाएगा.