Vikrant Shekhawat : May 14, 2021, 10:35 AM
नई दिल्ली: देश में कोरोनावायरस महामारी के खिलाफ जारी वैक्सीनेशन अभियान में राज्यों को वैक्सीन की कमी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मांग की जा रहा है कि भारत में निर्मित कोवैक्सिन का फॉर्मूला दूसरी फॉर्मा कंपनियों को भी दिया जाए ताकि वैक्सीन का ज्यादा से ज्यादा उत्पादन हो सके। इसे लेकर अब नीति आयोग के मेंबर डॉ. वी. के पॉल का बयान सामने आया है। डॉ. वी. के पॉल ने कोवैक्सीन का फॉर्मूला दूसरी कंपनियों को देने को लेकर कहा कि कंपनी ने भी इस मांग का स्वागत किया है और हमने दूसरी कंपनियों से बात भी की है। डॉ. पॉल ने कहा कि इस वैक्सीन में लाइव वायरस को इनएक्टिवेट किया जाता है और यह बीएसएल थ्री लेवल की लैब में ही हो सकता है। यह लैब बाकी किसी कंपनी के पास नहीं है। जो कंपनी ऐसी लैब बनाकर जुड़ना चाहती है उसके लिए खुला ऑफर है।बता दें कि मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर देश में कोरोना की वैक्सीन का निर्माण बढ़ाने के लिए वैक्सीन तैयार कर रही मूल दो कंपनियों का 'फॉर्मूला' दूसरी कंपनियों के साथ साझा करने की मांग की थी। उन्होंने पत्र में लिखा था कि दो कंपनियों के दम पर पूरे देश को वैक्सीन की आपूर्ति करना संभव नहीं होगा। इसके लिए वैक्सीन का उत्पादन युद्ध स्तर पर करना होगा। उसके बाद ही किल्लत दूर होगी।मुख्यमंत्री केजरीवाल ने लिखा, 'कोरोना की दूसरी लहर बहुत ही घातक साबित हो रही है। बहुत बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु हो रही है, इसलिए यह जरूरी है कि जल्द से जल्द देश के सभी नागरिकों को वैक्सीन मिले।' उन्होंने लिखा, 'दो कंपनियों के दम पर पूरे देश को वैक्सीन देना संभव नहीं होगा। ऐसे में देशहित में मेरी विनती है कि आप कोरोना की वैक्सीन के सार्वजनिक उत्पादन की अनुमति दें। इससे किल्लत को दूर किया जा सकेगा।'