Vikrant Shekhawat : Dec 09, 2020, 08:23 AM
त्रिपुरा में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि वह लोगों से पूछेंगे कि उन्हें मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए या नहीं? दरअसल, भाजपा के नवनियुक्त राष्ट्रीय सचिव और त्रिपुरा के केंद्रीय पर्यवेक्षक विनोद कुमार सोनकर की यात्रा के दौरान लोगों ने 'बिप्लब हटाओ, भाजपा बचाओ' के नारे लगाए थे। अब बिप्लब देब का जवाब आया है।मंगलवार को, मुख्यमंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह 13 दिसंबर को विवेकानंद मैदान में जाएंगे और त्रिपुरा के लोगों से पूछेंगे कि उन्हें मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए या नहीं। उन्होंने कहा कि अगर जनता मेरा समर्थन नहीं करती है, तो मैं पार्टी आलाकमान को इस बारे में सूचित करूंगा। मैं जनता से अपील करता हूं कि वे 13 दिसंबर को विवेकानंद मैदान पहुंचे। मेरे लिए जनता का फैसला अंतिम होगा।
इधर, भाजपा त्रिपुरा प्रभारी विनोद सोनकर ने दावा किया कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी में सब कुछ ठीक है। उन्होंने कहा कि मैंने और सीएम दोनों ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात की है। सीएम को त्रिपुरा की जनता की सेवा करनी चाहिए, अगर कोई मुद्दा है तो पार्टी इस पर गौर करेगी।हालाँकि त्रिपुरा भाजपा में सब ठीक है, लेकिन इसके कोई संकेत नहीं हैं। अक्टूबर में ही त्रिपुरा भाजपा के असंतुष्ट विधायक पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले। उन्होंने नड्डा के साथ राज्य में खराब सरकार के बारे में भी चिंता व्यक्त की। बता दें कि त्रिपुरा में मुख्यमंत्री बिप्लब देव के नेतृत्व में भाजपा और आईपीएफटी गठबंधन की सरकार है।Both Tripura Chief Minister Biplab Kumar Deb and I spoke with BJP National President on this. CM should serve the people of Tripura, if there are any issues, the party will look into it: BJP Tripura in-charge Vinod Sonkar. https://t.co/Qw3zuCh0l4 pic.twitter.com/7YBXzkwWRl
— ANI (@ANI) December 8, 2020