Bitcoin Prices News: डोनाल्ड ट्रंप की हालिया जीत के बाद क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भी हलचल मच गई है। भले ही इस चुनावी उथल-पुथल से डॉगेकॉइन को भी फायदा हुआ हो, परंतु बिटकॉइन ने अपनी कीमत और मार्केट कैप के साथ एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। बिटकॉइन की कीमत कारोबारी सत्र के दौरान 90 हजार डॉलर के करीब पहुंच चुकी है, जो इसे एक अभूतपूर्व ऊंचाई पर ले गया है। मार्केट कैप के मामले में बिटकॉइन ने कई बड़े देशों की GDP को भी पीछे छोड़ दिया है, जिनमें स्पेन, तुर्की और इंडोनेशिया जैसे देश शामिल हैं।
90 हजार डॉलर के करीब बिटकॉइन की कीमत
बिटकॉइन की कीमतें इस समय आसमान छू रही हैं। कोइन डेस्क के आंकड़ों के अनुसार, बिटकॉइन का मूल्य $89,995.12 के लाइफटाइम हाई पर पहुंच गया है। सुबह के समय बिटकॉइन की कीमत में 10% से ज्यादा की उछाल देखने को मिली और शाम तक यह $87,741.89 पर 7% की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था। पिछले एक हफ्ते में ही बिटकॉइन की कीमत में 26% की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि पिछले एक साल में इसकी कीमत 136% बढ़ी है। यह उछाल दर्शाता है कि बिटकॉइन का भविष्य उज्ज्वल है और इसकी मांग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।
बिटकॉइन का मार्केट कैप: नई ऊंचाइयों पर
बिटकॉइन की लगातार बढ़ती कीमतों ने इसके मार्केट कैप को भी आसमान पर पहुंचा दिया है। वर्तमान में बिटकॉइन का मार्केट कैप $1.75 ट्रिलियन के पार पहुंच गया है, जिससे यह दुनिया की 8वीं सबसे बड़ी असेट क्लास बन गई है। मंगलवार को बिटकॉइन ने सिल्वर को भी पीछे छोड़ दिया, जिसका मार्केट कैप $1.73 ट्रिलियन था। ओवरऑल क्रिप्टोकरेंसी बाजार का मार्केट कैप भी इस समय $2.94 ट्रिलियन पर है, जिसमें पिछले 24 घंटे में 5% की तेजी देखी गई है। जानकारों का मानना है कि आने वाले समय में बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में और भी उछाल आ सकता है।
बिटकॉइन का मार्केट कैप बड़ी कंपनियों से आगे
बिटकॉइन का मार्केट कैप न केवल देशों की GDP को बल्कि दुनिया की कई बड़ी कंपनियों के मार्केट कैप को भी पीछे छोड़ चुका है। फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स, जिसका मार्केट कैप $1.472 ट्रिलियन है, अब बिटकॉइन से पीछे है। इसके साथ ही, एलन मस्क की टेस्ला, जिसका मार्केट कैप $1.123 ट्रिलियन है, और वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे, जिसका कुल मार्केट कैप $1.007 ट्रिलियन है, भी बिटकॉइन के इस उछाल के सामने छोटे साबित हो गए हैं। यह एक अद्वितीय स्थिति है जो बिटकॉइन को वित्तीय बाजारों में एक नया स्थान देती है।
कई देशों की GDP को भी पीछे छोड़ा
बिटकॉइन ने केवल सिल्वर या कंपनियों को ही नहीं, बल्कि कई देशों की GDP को भी पीछे छोड़ दिया है। स्पेन, जो दुनिया की 15वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, उसकी GDP इस समय $1.73 ट्रिलियन है, जो कि बिटकॉइन के मार्केट कैप से कम है। इसी तरह, इंडोनेशिया और तुर्की जैसे देशों की GDP भी बिटकॉइन के आगे पिछड़ गई हैं। इंडोनेशिया की GDP $1.4 ट्रिलियन और तुर्की की GDP $1.34 ट्रिलियन है। यदि बिटकॉइन इसी रफ्तार से बढ़ता रहा, तो यह जल्द ही ऑस्ट्रेलिया और मैक्सिको जैसे बड़े देशों की GDP को भी पीछे छोड़ सकता है।
भविष्य के संकेत
बिटकॉइन की कीमत और मार्केट कैप में इतनी बड़ी वृद्धि ने यह साबित कर दिया है कि यह डिजिटल असेट का भविष्य है। कई विशेषज्ञ इसे वित्तीय प्रणाली में बदलाव का संकेत मानते हैं। बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी का यह उछाल आने वाले समय में निवेशकों और वित्तीय संस्थाओं के बीच क्रिप्टोकरेंसी को मुख्यधारा में लाने में मदद कर सकता है।बिटकॉइन के लिए यह उछाल केवल एक निवेश का अवसर ही नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में एक नई क्रांति है।