- भारत,
- 27-Mar-2025 11:40 AM IST
Rana Sanga Controversy: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने हाल ही में एक वीडियो साझा किया है, जिसमें करणी सेना के कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन के घर पर हमला करते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के माध्यम से अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपने कैप्शन में लिखा, "आगरा में तोड़फोड़ की वारदात में शासन-प्रशासन की साठगांठ की आरोपियों ने खुद ही खोल दी गांठ, मुख्यमंत्री जी और क्या सबूत चाहिए आपको? अब क्या ये रिपोर्ट भी बदलवाएंगे?"
हमले की पृष्ठभूमि
इस हमले की जड़ें राज्यसभा में समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा दिए गए एक बयान में छिपी हैं। उन्होंने ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए कहा था कि राणा सांगा ने बाबर को हिंदुस्तान बुलाया था। उनके इस बयान के बाद करणी सेना ने आक्रोशित होकर उनके घर पर हमला कर दिया। करणी सेना के कार्यकर्ता बुलडोजर लेकर उनके आवास पहुंचे और घर में तोड़फोड़ की। इस दौरान गाड़ियों के शीशे तोड़े गए, पथराव किया गया और हिंसा भड़काई गई।विवाद की जड़: राणा सांगा को ‘गद्दार’ कहनारामजी लाल सुमन ने 21 मार्च, 2025 को राज्यसभा में एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने राणा सांगा को ‘गद्दार’ करार देते हुए कहा था कि बाबर को भारत लाने में उनकी भूमिका थी। सुमन ने कहा, “बाबर को राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए आमंत्रित किया था। अगर मुसलमानों को बाबर का वंशज कहा जाता है, तो हिंदू राणा सांगा के वंशज क्यों नहीं?” इस बयान ने राजपूत समाज सहित देश के कई हिस्सों में आक्रोश पैदा कर दिया।करणी सेना का गुस्सा: हमला और इनाम का ऐलानआगरा में करणी सेना के कार्यकर्ता सांसद के घर पर बुलडोजर लेकर पहुंचे और हिंसक प्रदर्शन किया। पुलिस के मौजूद रहने के बावजूद प्रदर्शनकारियों की संख्या और आक्रामकता के आगे स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई। इससे पहले, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में करणी सेना ने सपा के प्रदेश कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और सुमन के साथ-साथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव का पुतला फूंका। संगठन ने सुमन के खिलाफ इनाम की भी घोषणा की, जिसमें उनके मुंह पर कालिख पोतने और जूते मारने वाले को पांच लाख रुपये देने की बात कही गई।आगरा में तोड़फोड़ की वारदात में शासन-प्रशासन की साठगांठ की आरोपियों ने खुद ही खोल दी गाँठ, मुख्यमंत्री जी और क्या सबूत चाहिए आपको… अब क्या ये रिपोर्ट भी बदलवाएँगे?
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 27, 2025
लगता है यूपी सरकार कोई और चला रहा है। pic.twitter.com/pjW2oLZliy