Vikrant Shekhawat : Dec 09, 2024, 10:20 AM
Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी का बाजार तेजी से बढ़ता जा रहा है, और मौजूदा समय में यह केवल एक निवेश का माध्यम नहीं, बल्कि एक नई आर्थिक शक्ति बनता जा रहा है। हाल ही में, इस डिजिटल संपत्ति का मार्केट कैप कई देशों की जीडीपी से भी अधिक हो गया है, जिससे यह साबित हो रहा है कि क्रिप्टोकरेंसी की शक्ति न केवल वित्तीय बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी असर डालने वाली है।क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप: ऐतिहासिक वृद्धि5 नवंबर 2024 के बाद से क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में भारी वृद्धि देखने को मिली है। सिर्फ 35 दिनों में, इसका कुल मूल्य 2.36 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 3.65 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, जो 1.30 ट्रिलियन डॉलर की वृद्धि को दर्शाता है। यह एक शानदार वृद्धि है, जो क्रिप्टोकरेंसी की ओर बढ़ते निवेशकों के विश्वास को स्पष्ट रूप से दिखाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल के अंत तक क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है।कई देशों की जीडीपी को पीछे छोड़ते हुएक्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप ने कई बड़े देशों की जीडीपी को पछाड़ दिया है। उदाहरण के तौर पर, यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस की जीडीपी क्रमशः 3.59 ट्रिलियन डॉलर और 3.17 ट्रिलियन डॉलर है, जबकि इटली की जीडीपी लगभग 2.37 ट्रिलियन डॉलर अनुमानित है। इन देशों की जीडीपी की तुलना में, क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप अब कहीं अधिक हो गया है, और यह गति भविष्य में और तेज हो सकती है।भारत की जीडीपी से कड़ी टक्करक्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप अब भारत की जीडीपी से भी काफी निकट पहुंच गया है। भारत की जीडीपी 2024 में 3.9 ट्रिलियन डॉलर रहने का अनुमान है, जबकि क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप अब मात्र 250 बिलियन डॉलर से कम अंतर पर है। यह दिखाता है कि क्रिप्टोकरेंसी तेजी से बढ़ रही है और आने वाले समय में यह भारत की अर्थव्यवस्था के साथ समानांतर या उससे भी आगे निकल सकती है।बिटकॉइन का बढ़ता प्रभावबिटकॉइन, जो क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया का सबसे प्रमुख और चर्चित नाम है, इस वृद्धि में सबसे बड़ा योगदान दे रहा है। नवंबर 2024 के बाद से बिटकॉइन की कीमत में अप्रत्याशित वृद्धि देखने को मिली है। 9 दिसंबर 2024 को बिटकॉइन की कीमत 99,950 डॉलर के करीब थी, जो पहले के उच्चतम स्तर से थोड़ी कम थी। हालांकि, इसका मार्केट कैप 1.97 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है, जो इसे साउथ कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और स्पेन जैसे बड़े देशों से भी अधिक बनाता है।आगे का रास्ताविशेषज्ञों का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है, जो क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा। डोनाल्ड ट्रंप के चुनावी परिणामों के बाद से इस बाजार में और भी तेजी देखने को मिली है, और आने वाले दिनों में यह वृद्धि और अधिक हो सकती है।कुल मिलाकर, क्रिप्टोकरेंसी का बाजार तेजी से वैश्विक अर्थव्यवस्था को चुनौती दे रहा है। इसके विकास को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि भविष्य में यह केवल एक निवेश माध्यम नहीं, बल्कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला क्षेत्र बन सकता है।