Vikrant Shekhawat : Oct 24, 2023, 04:00 PM
Maharashtra BJP: केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे नीलेश राणे ने ऐलान किया है कि वो सक्रिय राजनीति से दूर हो रहे हैं और उन्होंने कहा कि उनका राजनीति में मन नहीं लग रहा है। 42 वर्षीय नीलेश राणे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर इसकी जानकारी दी। नीलेश राणे ने बताया कि राजनीति छोड़ने का कोई और कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं जो मुझे बीजेपी से इनता प्यार मिला और बीजेपी जैसे संगठन में काम करने का मौका मिला।"राजनीति में कोई रुचि नहीं रह गई
नीलेश राणे ने 'एक्स' पर लिखा, "नमस्कार, मैं सक्रिय राजनीति से स्थायी रूप से अलग हो रहा हूं। अब राजनीति में कोई रुचि नहीं रह गई है, बाकी कोई और कारण नहीं है। मैं आप सभी का बहुत आभारी हूं जिन्होंने पिछले 19-20 वर्षों में मुझे इतना प्यार दिया और मेरे साथ बने रहें। मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे बीजेपी में इतना प्यार मिला और मुझे बीजेपी जैसे महान संगठन में काम करने का अवसर मिला।""मैंने राजनीति में बहुत कुछ सीखा"उन्होंने आगे लिखा, "मैं छोटा आदमी हूं, लेकिन मैंने राजनीति में बहुत कुछ सीखा। कुछ साथी हमेशा के लिए एक परिवार बन गए, मैं जीवन में हमेशा उनका ऋणी रहूंगा। मुझे अब चुनाव लड़ने आदि में कोई दिलचस्पी नहीं है। आलोचक आलोचना करेंगे, लेकिन जहां दिल ना लगे वहां मुझे अपना और दूसरों का समय बर्बाद करना पसंद नहीं है। अनजाने में अगर कुछ लोगों को ठेस पहुंचाने के लिए मैं क्षमा चाहता हूं। आप सभी को मेरी शुभकामनाएं।"नीलेश राणे का सियासी सफरबता दें कि नीलेश राणे जब कांग्रेस पार्टी में थे, तब वो साल 2009 में 15वीं लोकसभा चुनाव में रत्नागिरी सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े और जीते। नीलेश राणे 2014 में भी उसी लोकसभा सीट से चुनाव में खड़े हुए, लेकिन उस समय वो शिवसेना नेता विनायक राउत से हार गए थे। राणे साल 2009 से 2017 तक कांग्रेस पार्टी में थे। इसके बाद साल 2019 में बीजेपी में शामिल हुए थे।
नीलेश राणे ने 'एक्स' पर लिखा, "नमस्कार, मैं सक्रिय राजनीति से स्थायी रूप से अलग हो रहा हूं। अब राजनीति में कोई रुचि नहीं रह गई है, बाकी कोई और कारण नहीं है। मैं आप सभी का बहुत आभारी हूं जिन्होंने पिछले 19-20 वर्षों में मुझे इतना प्यार दिया और मेरे साथ बने रहें। मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे बीजेपी में इतना प्यार मिला और मुझे बीजेपी जैसे महान संगठन में काम करने का अवसर मिला।""मैंने राजनीति में बहुत कुछ सीखा"उन्होंने आगे लिखा, "मैं छोटा आदमी हूं, लेकिन मैंने राजनीति में बहुत कुछ सीखा। कुछ साथी हमेशा के लिए एक परिवार बन गए, मैं जीवन में हमेशा उनका ऋणी रहूंगा। मुझे अब चुनाव लड़ने आदि में कोई दिलचस्पी नहीं है। आलोचक आलोचना करेंगे, लेकिन जहां दिल ना लगे वहां मुझे अपना और दूसरों का समय बर्बाद करना पसंद नहीं है। अनजाने में अगर कुछ लोगों को ठेस पहुंचाने के लिए मैं क्षमा चाहता हूं। आप सभी को मेरी शुभकामनाएं।"नीलेश राणे का सियासी सफरबता दें कि नीलेश राणे जब कांग्रेस पार्टी में थे, तब वो साल 2009 में 15वीं लोकसभा चुनाव में रत्नागिरी सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े और जीते। नीलेश राणे 2014 में भी उसी लोकसभा सीट से चुनाव में खड़े हुए, लेकिन उस समय वो शिवसेना नेता विनायक राउत से हार गए थे। राणे साल 2009 से 2017 तक कांग्रेस पार्टी में थे। इसके बाद साल 2019 में बीजेपी में शामिल हुए थे।