Vikrant Shekhawat : Feb 04, 2022, 03:31 PM
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर से भाजपा विधायक जालम सिंह की बहू नीतू सिंह का एक ऑडियो वायरल हो रहा है। इस ऑडियो क्लिप में एक महिला भाजपा विधायक के बेटे पर शारीरिक और मानसिक हिंसा के आरोप लगा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये ऑडियो विधायक की बहू का है हालांकि ज़ूम न्यूज़ इस ऑडियो क्लिप की पुष्टि नहीं करता। वायरल ऑडियो में महिला ने अपना नाम नीतू सिंह और खुद को चंद्रभान सिंह की बेटी बताया है। ऑडियो के अनुसार नीतू सिंह की शादी 2016 में भाजपा विधायक जालम सिंह पटेल के बेटे मणिनागेंद्र सिंह पटेल उर्फ मोनू पटेल के साथ हुई थी।नमस्कार मैं नीतू सिंह, चंद्रभान सिंह की बेटी। मेरी मैरिज 2016 में मणिनागेंद्र उर्फ मोनू पटेल के साथ हुई। हमारी अरेंज मैरिज हुई थी। सगाई के कुछ वक्त बाद ही मुझे मेरे होने वाले पति मोनू में काफी सारे बदलाव देखने को मिले। कहीं भी आने जाने में रोक-टोक करने लगे, फोन डिटेल्स लेने लगे, शादी के चार महीने पहले मोनू पटेल की गर्लफ्रेंड ने मुझे मैसेज किया और बहुत बदतमीजी से मुझसे बात की। कुछ पुरानी चैट मेरे साथ शेयर की। कुछ समय बाद कुछ और लड़कियों ने कॉन्टेक्ट करना शुरू किया, तो मेरा फेसबुक अकांउट बंद करवा दिया गया। मोनू की गर्लफ्रेंड ने मुझसे दोबारा संपर्क किया और मुझसे बदतमीजी से बातें की, उसने मुझे बताया कि शादी के पहले से लेकर शादी के बाद तक मेरे पति और उस महिला का अफेयर चल रहा है। ऐसी कई बातें उसने मुझे बताई जो मेरे और मेरे पति से जुड़ी थीं। जब मैंने ये सारी बातें अपने पति मोनू को बताई तो उसने मेरे साथ 5 घंटे तक लगातार मारपीट की, मेरे साथ इतनी मारपीट की गई कि मेरे शरीर में हर जगह जख्म हो गए और लगातार खून बहने लगा, मारपीट के साथ ही मेरे पति ने फायरिंग भी की, मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कि मैं मर जाउंगी। मेरी सास ने ये सारी चीजें देखी लेकिन बात दबाने के लिए कहा।जब भी कोई बात पता चलती मेरे साथ मारपीट की जाती थी। हर छोटी बात पर मेरे साथ मेरे पति मारपीट करते थे। मुझे हर समय यही लगता था कि मैं ये सब क्यों सह रही हूं। एक महीने बाद जब मैं अपने मायके आई तो एक लड़की का फोन आया और उसने मुझे बताया कि उसका मेरे पति से अफेयर चल रहा है, मैंने मोनू को कॉन्फ्रेंस कॉल में लेकर जब सारी बातें पूछी तो उन्होंने स्वीकार किया, उन्हें नहीं पता था कि कॉन्फ्रेंस कॉल में उनसे बात की जा रही है। इस तरह से मेरे सामने सारी बातें आईं। मैंने उस समय अपने पति से तलाक मांगा था, मैंने कहा था कि आप अच्छे से रहिए लेकिन मुझे तलाक दे दीजिए, तब भी वह नहीं माने।
कुछ समय के बाद मुझ पर बच्चा पैदा करने के लिए दबाव बनाया गया। मेरे साथ फिजीकल बहुत जबरदस्ती की गई। इन सारी चीजों से गुजरने के बाद मैंने एक दिन अपने ससुर से बात की, हिम्मत कर के मैंने उनसे सारी बातें बताईं, उन्होंने मुझसे कहा कि ये सब राजनीति में होता रहता है। शुरुआत में सिर्फ एक साल मैं अपने ससुराल में थी, उसके बाद डेढ़ साल मैं अपने मायके में रही। उस दौरान मेरी मेरे पति से कोई बातचीत नहीं हो रही थी, वो अपनी गर्लफ्रेंड के साथ घूमते थे, लिव-इन में रहते थे ये सारी चीजें चल रहीं थी। उन्होंने पॉलिसी के पेपर बनवाएं जिनमें मेरिटल स्टेट्स सिंगल लिखवाया। मेरे ससुराल वालों ने मेरे ऊपर दबाव बनाना शुरू कर दिया, धमकी देना शुरू कर दिया। मेरा मायके जाना बंद करा दिया। मैं सब कुछ छोड़कर अपने मायके आ गयी, जॉब की तैयारी की, 3 साल बाद मैं सब छोड़कर गुड़गांव चली गयी, जब पहली दीवाली आई तो मैंने ससुराल वालों को घर पर मिलने बुलाया था, लेकिन मेरे ससुर के अलावा कोई नहीं आया, मैंने मेरे ससुर से तलाक के लिए कहा तो उन्होंने मुझे धमकी दी कि इस बार तो तुम्हारे जुबान पर तलाक का नाम आ गया आगे से आया तो मैं तुम्हारे साथ क्या कर सकता हूं। मेरे केस को एप्लाई किए हुए सवा साल हो गए हैं लेकिन कोई पहल नहीं की गई। मेरी उम्मीद पूरी तरह से टूट गई है। जेल में है मोनू सिंहविधायक जालम सिंह के बेटे मणिनागेंद्र सिंह उर्फ मोनू सिंह पर करीब 45 मामले दर्ज हैं वहीं, वर्तमान में वह एक केस में दोषी पाए जाने पर जेल की सजा काट रहा है।
कुछ समय के बाद मुझ पर बच्चा पैदा करने के लिए दबाव बनाया गया। मेरे साथ फिजीकल बहुत जबरदस्ती की गई। इन सारी चीजों से गुजरने के बाद मैंने एक दिन अपने ससुर से बात की, हिम्मत कर के मैंने उनसे सारी बातें बताईं, उन्होंने मुझसे कहा कि ये सब राजनीति में होता रहता है। शुरुआत में सिर्फ एक साल मैं अपने ससुराल में थी, उसके बाद डेढ़ साल मैं अपने मायके में रही। उस दौरान मेरी मेरे पति से कोई बातचीत नहीं हो रही थी, वो अपनी गर्लफ्रेंड के साथ घूमते थे, लिव-इन में रहते थे ये सारी चीजें चल रहीं थी। उन्होंने पॉलिसी के पेपर बनवाएं जिनमें मेरिटल स्टेट्स सिंगल लिखवाया। मेरे ससुराल वालों ने मेरे ऊपर दबाव बनाना शुरू कर दिया, धमकी देना शुरू कर दिया। मेरा मायके जाना बंद करा दिया। मैं सब कुछ छोड़कर अपने मायके आ गयी, जॉब की तैयारी की, 3 साल बाद मैं सब छोड़कर गुड़गांव चली गयी, जब पहली दीवाली आई तो मैंने ससुराल वालों को घर पर मिलने बुलाया था, लेकिन मेरे ससुर के अलावा कोई नहीं आया, मैंने मेरे ससुर से तलाक के लिए कहा तो उन्होंने मुझे धमकी दी कि इस बार तो तुम्हारे जुबान पर तलाक का नाम आ गया आगे से आया तो मैं तुम्हारे साथ क्या कर सकता हूं। मेरे केस को एप्लाई किए हुए सवा साल हो गए हैं लेकिन कोई पहल नहीं की गई। मेरी उम्मीद पूरी तरह से टूट गई है। जेल में है मोनू सिंहविधायक जालम सिंह के बेटे मणिनागेंद्र सिंह उर्फ मोनू सिंह पर करीब 45 मामले दर्ज हैं वहीं, वर्तमान में वह एक केस में दोषी पाए जाने पर जेल की सजा काट रहा है।