Vikrant Shekhawat : Apr 28, 2022, 02:57 PM
मेरठ में एमडीएम प्रशासन की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाए जाने का सिलसिला लगातार जारी है। एमडीए ने एक माह के भीतर फिर से बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरुवार को अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया। ढाई लाख के इनामी फरार बदन सिंह बद्दो से जुड़ी एक और अवैध संपत्ति पर एमडीए और पुलिस की मौजूदगी में बुलडोजर चलाया गया। गुरुवार सुबह शहर के दिल्ली रोड स्थित जगन्नाथपुरी में बदनसिंह के करीबी कहे जाने वाले अजय सहगल की सात दुकानें ध्वस्त कर दी गईं। इस मामले में शासन स्तर से कार्रवाई की गई है।
टीपीनगर थानाक्षेत्र के जगन्नाथपुरी में आज सुबह शासन के आदेश पर भारी पुलिस-फोर्स के साथ एमडीएम अधिकारी बुलडोजर लेकर पहुंचे और अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कराई।
दरअसल, पिछले एक महीने में इन दुकानों को ध्वस्त करने के लिए एमडीए अधिकारियों को शासन की ओर से बुलाया गया था। इससे पहले 15 मार्च 2022 को भी इसी स्थान पर कई दुकानों को ध्वस्त किया गया था।
बता दें कि अजय सहगल बद्दो की फरारी के मामले में जेल भी गया था। वहीं जिस निर्माण पर बुलडोजर चलाया गया है यहां पार्क की जमीन पर अवैध कब्जा कर ये दुकानें तैयार की गई थीं। इसके बाद बदन सिंह बद्दो से उसके करीबी अजय सहगल ने सेटिंग कर इन दुकानों का बैनाम करा लिया था।
एमडीए अधिकारियों के मुताबिक 1500 वर्ग मीटर के पार्क को घेरकर अवैध दुकानों को बनाया गया है। इसी कारण कार्रवाई की जा रही है, जबकि अजय सहगल का कहना है कि प्रशासन ने उनकी कोई बात नही सुनी है। यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। वहीं, कागजातों में भी कहीं पर भी पार्क का जिक्र नहीं है।
टीपीनगर थानाक्षेत्र के जगन्नाथपुरी में आज सुबह शासन के आदेश पर भारी पुलिस-फोर्स के साथ एमडीएम अधिकारी बुलडोजर लेकर पहुंचे और अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कराई।
दरअसल, पिछले एक महीने में इन दुकानों को ध्वस्त करने के लिए एमडीए अधिकारियों को शासन की ओर से बुलाया गया था। इससे पहले 15 मार्च 2022 को भी इसी स्थान पर कई दुकानों को ध्वस्त किया गया था।
बता दें कि अजय सहगल बद्दो की फरारी के मामले में जेल भी गया था। वहीं जिस निर्माण पर बुलडोजर चलाया गया है यहां पार्क की जमीन पर अवैध कब्जा कर ये दुकानें तैयार की गई थीं। इसके बाद बदन सिंह बद्दो से उसके करीबी अजय सहगल ने सेटिंग कर इन दुकानों का बैनाम करा लिया था।
एमडीए अधिकारियों के मुताबिक 1500 वर्ग मीटर के पार्क को घेरकर अवैध दुकानों को बनाया गया है। इसी कारण कार्रवाई की जा रही है, जबकि अजय सहगल का कहना है कि प्रशासन ने उनकी कोई बात नही सुनी है। यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। वहीं, कागजातों में भी कहीं पर भी पार्क का जिक्र नहीं है।