Russia-Ukraine War / पीएम मोदी रूस-यूक्रेन का युद्ध रुकवा सकते हैं? अमेरिका बोला- 'वो करें पुतिन से बातचीत, हम देंगे साथ'

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को एक साल होने वाला है। अब तक किसी भी पक्ष ने पीछे हटना स्वीकार नहीं किया है। दोनों देशों के युद्ध की वजह से दुनियाभर का माहौल बिगड़ा हुआ है। वहीं इसी बीच दोनों देशों के युद्ध को रोकने को लेकर अमेरिका ने बड़ी बात कही है। शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान अमेरिका राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि इस युद्ध को रोकने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस

Vikrant Shekhawat : Feb 11, 2023, 10:32 AM
Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को एक साल होने वाला है। अब तक किसी भी पक्ष ने पीछे हटना स्वीकार नहीं किया है। दोनों देशों के युद्ध की वजह से दुनियाभर का माहौल बिगड़ा हुआ है। वहीं इसी बीच दोनों देशों के युद्ध को रोकने को लेकर अमेरिका ने बड़ी बात कही है। शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान अमेरिका राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि इस युद्ध को रोकने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति से बातचीत कर सकते हैं।

व्लादिमीर पुतिन को रोकने के लिए अभी भी समय है - अमेरिका 

शुक्रवार को प्रेस वार्ता के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका हर उस फैसले का स्वागत करेगा जिससे रुस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग समाप्त हो सके। इस दौरान उनसे सवाल पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास युद्ध रोकने या राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को मनाने के लिए अभी भी समय है? इसके जवाब में उन्होंने, "मुझे लगता है कि पुतिन के लिए युद्ध को रोकने के लिए अभी भी समय है। मैं पीएम मोदी से कहना चाहूंगा कि इस जंग को रोकने के लिए वे जो भी प्रयास करेंगे, उस फैसले में अमेरिका उनके साथ होगा और उस प्रयास का हम स्वागत करेंगे।

आज का युग युद्ध का नहीं - पीएम मोदी 

बता दें कि इससे पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ प्रधानमंत्री मोदी की एक बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि यह युग युद्ध का युग नहीं है। उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन से इतर दोनों नेताओं की बातचीत हुई थी। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था, "आज का युग युद्ध का नहीं है। आज हमें इस बारे में बात करने का अवसर मिलेगा कि हम शांति के पथ पर कैसे आगे बढ़ सकते हैं।" पीएम मोदी के इस बयान कि अमेरिका समेत यूरोप के कई देशों ने सराहना की थी।