Maharashtra Political / शरद पवार का भतीजे अजित को चैलेंज- ‘ऐसी बगावत पहले भी देखी, एक्शन होगा’

महाराष्ट्र में सियासी उठापटक जारी है. एनसीपी नेता अजित पवार ने अपने समर्थक विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए. इस बीच एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्थिति की तस्वीर साफ की है. उन्होंने दावा किया है कि उन्होंने ऐसी बगावत पहले भी देखी है, जब उनके 58 विधायकों में से सिर्फ 5 बचे थे, जिसके बाद उन्होंने पार्टी को दोबारा खड़ा किया था. पवार ने जिस समय का जिक्र किया है उस समय वे कांग्रेस के

Vikrant Shekhawat : Jul 02, 2023, 05:27 PM
Maharashtra Political: महाराष्ट्र में सियासी उठापटक जारी है. एनसीपी नेता अजित पवार ने अपने समर्थक विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए. इस बीच एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्थिति की तस्वीर साफ की है. उन्होंने दावा किया है कि उन्होंने ऐसी बगावत पहले भी देखी है, जब उनके 58 विधायकों में से सिर्फ 5 बचे थे, जिसके बाद उन्होंने पार्टी को दोबारा खड़ा किया था. पवार ने जिस समय का जिक्र किया है उस समय वे कांग्रेस के साथ हुआ करते थे और महाराष्ट्र में बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला था. पवार का कहना है कि वे अजित पवार के साथ नहीं हैं.

उन्होंने कहा कि आज कुछ विधायकों ने उन्हें फोन किया और कहा कि जबरदस्ती हस्ताक्षर करवाए गए हैं. बागी नेता वापस लौटकर आएंगे. इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उनसे कहा था कि वे उनके साथ हैं. इसके अलावा उन्होंने एनसीपी पर किसका अधिकार होगा इसको लेकर कहा कि इसका फैसला लोग करेंगे.

शरद पवार ने कहा कि पूरे महाराष्ट्र में घूमेंगे और जनता के सामने जाएंगे. लोगों से मिलकर अपनी बात रखेंगे. वहीं, एनसीपी के वरिष्ठ नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि कुछ दिन पहले ही पीएम ने कहा था कि एनसीपी खत्म हो गई है. मुझे खुशी है कि मेरे कुछ साथियों ने शपथ ग्रहण की. इससे उनके भ्रष्टाचार के आरोप खत्म हो गए. इसके लिए पवार ने पीएम को धन्यवाद दिया है.

प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे पर होगा एक्शन- शरद पवार

एनसीपी अध्यक्ष ने आगे कहा कि विपक्ष के नेता के बारे में फैसला करना स्पीकर का अधिकार है. अगले दो-तीन दिनों में हम स्थिति का आकलन करने के लिए कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के साथ बैठेंगे. उनकी मुख्य ताकत आम लोग हैं, उन्होंने हमें चुना है. बागी नेताओं के खिलाफ किसी भी कार्रवाई पर फैसला लेने के लिए विधायक और सभी वरिष्ठ नेता एक साथ बैठेंगे. अध्यक्ष होने के नाते मैंने प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को नियुक्त किया था, लेकिन उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों का पालन नहीं किया. इसलिए मुझे उनके खिलाफ कुछ कार्रवाई करनी होगी.