NavBharat Times : Sep 07, 2019, 07:05 AM
नई दिल्ली/बेंगलुरु. मिशन चंद्रयान के अपनी मंजिल पर न पहुंचने से इसरो के कंट्रोल रूम में शुक्रवार रात अचानक सन्नाटा पसर गया। इसरो चीफ के सिवन ने रुआंसे गले से देश को बताया कि विक्रम का संपर्क टूट गया है। चांद की सतह से महज 2.1 किलोमीटर पहले विक्रम और प्रज्ञान गुम हो गए हैं। इस दौरान वहां मौजूद पीएम मोदी ने टूट चुके इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने वैज्ञानिकों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। वह हिम्मत लेकर चलें, मैं हमेशा आपके साथ हूं। मोदी के इस शब्दों ने निराश वैज्ञानिकों का गम कुछ देर के लिए हल्का कर दिया।शुक्रवार को रात चांद की सतह से महज 2.1 किलोमीटर पहले जब लैंडर विक्रम का संपर्क टूटा तो इसरो के कंट्रोल रूम में सन्नाटा पसर गया। पीएम मोदी के पास आकर इसरो चीफ ने कुछ कहा और इसके बाद वह वहां से बाहर चले गए।कुछ देर बाद पीएम मोदी ने टीम चंद्रयान को संबोधित कर निराशा के इन पलों में उनका हौसला बढ़ाया। मोदी ने कहा, 'जब मैं देख रहा था कि संपर्क टूट गया है... मैं देख रहा था कि आपके सारे चेहरे मुरझा गए... लेकिन यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। देश आप पर गर्व करता है। आपकी इस मेहनत ने बहुत कुछ सिखाया भी है।''अभी उम्मीद बाकी'पीएम ने कहा कि मुझे साइंटिस्टों ने बताया कि अगर फिर से कम्युनिकेशन शुरू हुआ तो फिर विक्रम और प्रज्ञान बहुत सारी चीजें हमें देते रहेंगे। इसलिए होप फॉर द बेस्ट।
मोदी ने वैज्ञानिकों से कहा कि मेरी तरफ से आपको बहुत बधाई है। आपने देश की बहुत उत्तम सेवा की है। आपने बहुत बड़ी सेवा की है विज्ञान की। आपने बहुत बड़ी सेवा की है मानव जाति की। इस परिणाम से भी हम बहुत कुछ सीख रहे हैं। आगे भी हमारी यात्रा जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि आप लोग हिम्मत के साथ चलें। आपके ही पुरुषार्थ से फिर से देश खुशी मनाने लग जाएगा।#WATCH PM Narendra Modi at ISRO: There are ups and downs in life. This is not a small achievement. The nation is proud of you. Hope for the best. I congratulate you. You all have done a big service to nation, science and mankind. I am with you all the way, move forward bravely. pic.twitter.com/Iig1a8EuKD
— ANI (@ANI) September 6, 2019