Vikrant Shekhawat : May 07, 2022, 09:18 AM
चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को अबकी भगवान के दर्शन के लिए 600 रुपये अतिरिक्त चुकाने पड़ रहे हैं। उत्तराखंड परिवहन महासंघ से जुड़ी तमाम यूनियनों ने बसों के किराये में 20 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है। ऋषिकेश से बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री जाने के लिए प्र्रत्येक यात्री से अब 3,250 रुपये की जगह 3,850 रुपये लिए जा रहे हैं।
पिछली बार की तुलना में अबकी किराये में प्रति सीट 600 रुपये की बढ़ोतरी कर दी गई है। राज्य परिवहन प्राधिकरण की ओर से किराये में बढ़ोतरी से पहले ही उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने किराया बढ़ा दिया है। किराये में बढ़ोतरी को लेकर महासंघ का तर्क है कि पिछले दो साल में पेट्रो पदार्थों की कीमतों में प्रति लीटर 30 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। ऐसे में पुरानी दरों पर चारधाम यात्रा कराना संभव नहीं है। महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय का कहना है कि फिलहाल यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों से प्रति यात्री 3,850 रुपये किराया लिया जा रहा है। राय का कहना है कि किराये में बढ़ोतरी का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है।
उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों के साथ ही चारधाम यात्रा पर जाने वाली बसों, टैक्सी, कैब, सिटी बस के साथ ही ट्रैक्टर, लोडर के किराये में बढ़ोतरी का प्रस्ताव राज्य परिवहन प्राधिकरण स्तर पर लंबित है। सरकार, शासन और परिवहन मुख्यालय के निर्देश पर गठित किराया निर्धारण समिति ने रिपोर्ट प्राधिकरण को सौंप दी है। प्राधिकरण की बैठक में किराये में बढ़ोतरी का निर्णय लिया जाना है, लेकिन यात्रा से पहले प्राधिकरण की बैठक नहीं हो पाई, जबकि उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही किराये में बढ़ोतरी का प्रस्ताव पारित करने का अनुरोध किया था।
टैक्सी के किराये में 15 हजार रुपये की बढ़ोतरी उत्तराखंड परिवहन महासंघ के बाद टैक्सी संचालकों ने भी किराये में बढ़ोतरी कर दी है। इनोवा गाड़ी के लिए अब एक दिन के साढ़े चार हजार की जगह छह हजार रुपये किराया ले रहे हैं। किसी परिवार को इनोवा से चारधाम यात्रा करनी है, तो 10 दिन के लिए 45 हजार रुपये की जगह 60 हजार रुपये देना पड़ रहे हैं। टैक्सियों के किराये में बढ़ोतरी को लेकर दून ट्रेवल्स आनर्स एसोसिएशन के प्रधान योगेश अग्रवाल का कहना है कि चूंकि पेट्रो पदार्थों की कीमतों में 30 रुपये लीटर की बढ़ोतरी हुई है, ऐसे में पूर्व निर्धारित किराये की दरों पर यात्रा पर जाना संभव नहीं है। पहले दिन श्रद्धालुओं की संख्या ने बनाया नया रिकार्ड, 23512 भक्तों ने किए दर्शन भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने पर उमड़े श्रद्धा के सैलाब ने चारधाम यात्रा के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया है। कोरोना की वजह से दो वर्षों से कपाट खुलने के मौके पर चला आ रहा सन्नाटा भक्तों के जयकारों से टूटा गया। कपाट खुलने के पहले दिन शाम चार बजे तक 23 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम में दर्शन किए। यह पहले दिन भक्तों की संख्या का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। मंदिर परिसर में सेना की बैंड धुनों, ढोल-तमाशे की थाप पर यात्री थिरकते रहे।
सुबह 4 बजे तक केदारनाथ मंदिर परिसर का एक हिस्सा श्रद्धालुओं से पूरी तरह से भर गया था। मंदिर मार्ग पर जीएमवीएन तक भक्तों की लाइन लगी हुई थी। हिमालय से बहती बर्फीली हवा के बीच जैसे-जैसे कपाट खुलने का समय नजदीक आता रहा, भक्तों का उल्लास बढ़ता गया। इस दौरान केदारपुरी बम-बम भोले के जयकारों से गूंजती रही। शुभ मुहूर्त पर सुबह 6:25 बजे कपाट खुलने के बाद बाबा के दर्शनों के लिए भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था। शाम चार बजे तक केदारनाथ में 23,512 श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके थे। इससे पहले 2019 में पहले दिन नौ हजार भक्तों ने दर्शन किए थे।
यात्रा मार्ग पर रात 10 बजे तक चल सकेंगे वाहन चारधाम यात्रा के दौरान पहाड़ पर रात 10 बजे तक यात्रियों के वाहन चल सकेंगे। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह व्यवस्था की गई है।
गोपेश्वर में मीडिया कर्मियों से वार्ता में डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान भीड़ मैनेजमेंट, यातायात व्यवस्था और आपदा प्रबंधन पर पुलिस का फोकस रहेगा। बदरीनाथ हाईवे पर डेंजर जोन के दोनों ओर पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। डीजीपी ने कहा कि राज्य में यातायात नियंत्रण, महिला सुरक्षा, ड्रग्स पर प्रतिबंध व साइबर क्राइम पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने डीजीपी को बदरीनाथ यात्रा में सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बताया।
अतिथि देवो भव: के भाव से करें ड्यूटी : एसपीएसपी चमोली श्वेता चौबे ने यात्रा को लेकर यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले थाना और चौकियों के प्रभारियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ब्रीफ किया। एसपी ने कहा कि सभी पुलिस कर्मचारी अतिथि देवो भव: के भाव से ड्यूटी करें। यात्रियों के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार किया जाए। एसपी ने सभी थाना और चौकियों से उनकी तैयारियों और समस्याओं के बारे में पूछा। साथ ही यात्रा को सुगम और सुव्यवस्थित बनाने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
पिछली बार की तुलना में अबकी किराये में प्रति सीट 600 रुपये की बढ़ोतरी कर दी गई है। राज्य परिवहन प्राधिकरण की ओर से किराये में बढ़ोतरी से पहले ही उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने किराया बढ़ा दिया है। किराये में बढ़ोतरी को लेकर महासंघ का तर्क है कि पिछले दो साल में पेट्रो पदार्थों की कीमतों में प्रति लीटर 30 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। ऐसे में पुरानी दरों पर चारधाम यात्रा कराना संभव नहीं है। महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय का कहना है कि फिलहाल यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों से प्रति यात्री 3,850 रुपये किराया लिया जा रहा है। राय का कहना है कि किराये में बढ़ोतरी का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है।
उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों के साथ ही चारधाम यात्रा पर जाने वाली बसों, टैक्सी, कैब, सिटी बस के साथ ही ट्रैक्टर, लोडर के किराये में बढ़ोतरी का प्रस्ताव राज्य परिवहन प्राधिकरण स्तर पर लंबित है। सरकार, शासन और परिवहन मुख्यालय के निर्देश पर गठित किराया निर्धारण समिति ने रिपोर्ट प्राधिकरण को सौंप दी है। प्राधिकरण की बैठक में किराये में बढ़ोतरी का निर्णय लिया जाना है, लेकिन यात्रा से पहले प्राधिकरण की बैठक नहीं हो पाई, जबकि उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही किराये में बढ़ोतरी का प्रस्ताव पारित करने का अनुरोध किया था।
टैक्सी के किराये में 15 हजार रुपये की बढ़ोतरी उत्तराखंड परिवहन महासंघ के बाद टैक्सी संचालकों ने भी किराये में बढ़ोतरी कर दी है। इनोवा गाड़ी के लिए अब एक दिन के साढ़े चार हजार की जगह छह हजार रुपये किराया ले रहे हैं। किसी परिवार को इनोवा से चारधाम यात्रा करनी है, तो 10 दिन के लिए 45 हजार रुपये की जगह 60 हजार रुपये देना पड़ रहे हैं। टैक्सियों के किराये में बढ़ोतरी को लेकर दून ट्रेवल्स आनर्स एसोसिएशन के प्रधान योगेश अग्रवाल का कहना है कि चूंकि पेट्रो पदार्थों की कीमतों में 30 रुपये लीटर की बढ़ोतरी हुई है, ऐसे में पूर्व निर्धारित किराये की दरों पर यात्रा पर जाना संभव नहीं है। पहले दिन श्रद्धालुओं की संख्या ने बनाया नया रिकार्ड, 23512 भक्तों ने किए दर्शन भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने पर उमड़े श्रद्धा के सैलाब ने चारधाम यात्रा के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया है। कोरोना की वजह से दो वर्षों से कपाट खुलने के मौके पर चला आ रहा सन्नाटा भक्तों के जयकारों से टूटा गया। कपाट खुलने के पहले दिन शाम चार बजे तक 23 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम में दर्शन किए। यह पहले दिन भक्तों की संख्या का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। मंदिर परिसर में सेना की बैंड धुनों, ढोल-तमाशे की थाप पर यात्री थिरकते रहे।
सुबह 4 बजे तक केदारनाथ मंदिर परिसर का एक हिस्सा श्रद्धालुओं से पूरी तरह से भर गया था। मंदिर मार्ग पर जीएमवीएन तक भक्तों की लाइन लगी हुई थी। हिमालय से बहती बर्फीली हवा के बीच जैसे-जैसे कपाट खुलने का समय नजदीक आता रहा, भक्तों का उल्लास बढ़ता गया। इस दौरान केदारपुरी बम-बम भोले के जयकारों से गूंजती रही। शुभ मुहूर्त पर सुबह 6:25 बजे कपाट खुलने के बाद बाबा के दर्शनों के लिए भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था। शाम चार बजे तक केदारनाथ में 23,512 श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके थे। इससे पहले 2019 में पहले दिन नौ हजार भक्तों ने दर्शन किए थे।
यात्रा मार्ग पर रात 10 बजे तक चल सकेंगे वाहन चारधाम यात्रा के दौरान पहाड़ पर रात 10 बजे तक यात्रियों के वाहन चल सकेंगे। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह व्यवस्था की गई है।
गोपेश्वर में मीडिया कर्मियों से वार्ता में डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान भीड़ मैनेजमेंट, यातायात व्यवस्था और आपदा प्रबंधन पर पुलिस का फोकस रहेगा। बदरीनाथ हाईवे पर डेंजर जोन के दोनों ओर पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। डीजीपी ने कहा कि राज्य में यातायात नियंत्रण, महिला सुरक्षा, ड्रग्स पर प्रतिबंध व साइबर क्राइम पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने डीजीपी को बदरीनाथ यात्रा में सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बताया।
अतिथि देवो भव: के भाव से करें ड्यूटी : एसपीएसपी चमोली श्वेता चौबे ने यात्रा को लेकर यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले थाना और चौकियों के प्रभारियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ब्रीफ किया। एसपी ने कहा कि सभी पुलिस कर्मचारी अतिथि देवो भव: के भाव से ड्यूटी करें। यात्रियों के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार किया जाए। एसपी ने सभी थाना और चौकियों से उनकी तैयारियों और समस्याओं के बारे में पूछा। साथ ही यात्रा को सुगम और सुव्यवस्थित बनाने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए।