Vikrant Shekhawat : Dec 16, 2020, 12:48 PM
नई दिल्ली | आज 1971 युद्ध यानी विजय दिवस के 50 साल पूरे हो गए। सेना की इईस्टर्न कमांड के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने विजय दिवस के मौके पर कहा- मैं कहना चाहता हूं कि लद्दाख में झड़प के बाद से पूर्वी कमान क्षेत्र में कोई बड़ी घुसपैठ या झड़प नहीं हुई है। गलावन की घटना के बाद हमारे और पीएलए के बीच LAC पर आपसी विश्वास और स्थिरता में समय लगेगा।बता दें कि 1971 में आज ही के दिन हुए इसी युद्ध के बाद से बांग्लादेश एक देश के रूप में अस्तित्वव में आया था और भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाई थी। 1971 में बांग्लादेश को पाकिस्तान से आज़ाद कराने में भारत की विजय को चिह्नित करने के लिए हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है। आज इस मौके पर पीएम मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर 1971 युद्ध के नायकों को श्रद्धांजलि दी और फिर 'स्वर्णिम विजय मशाल' जलाए। विजय दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) विपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुख उपस्थित थे।प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर 1971 के युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने राष्ट्रीय समर स्मारक पर लगातार जलती रहने वाली ज्योति से चार विजय मशाल प्रज्ज्वलित कीं और उन्हें 1971 के युद्ध के परमवीर चक्र और महावीर चक्र विजेताओं के गांवों सहित देश के विभिन्न भागों के लिए रवाना किया। इन विजेताओं के गांवों के अलावा 1971 के युद्ध स्थलों की मिट्टी को नई दिल्ली के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में लाया जाएगा।