Vikrant Shekhawat : Oct 24, 2020, 08:19 AM
वॉशिंगटन.पाकिस्तान और चीन की दोस्ती किसी से छिपी नहीं है। चीन संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी आतंकवादियों का खुलकर समर्थन करता है और भारत पर प्रतिबंध लगाने की मांग के खिलाफ अपनी वीटो शक्ति का उपयोग करके उन्हें बचाता है। अब चीन और पाकिस्तान के बीच दोस्ती का एक और कड़वा सच सामने आया है, जिसने यह स्पष्ट कर दिया है कि दोनों देश भारत को परेशान करने के लिए आतंकवादियों का इस्तेमाल करते हैं। एक अमेरिकी शोधकर्ता माइकल रुबिन के एक शोध में दावा किया गया है कि चीन भारत के खिलाफ पाकिस्तानी आतंकवादियों का इस्तेमाल करता है। वहीं, पाकिस्तान चीन को अपनी आतंकवादी गतिविधियों के लिए ढाल मानता है।वाशिंगटन परीक्षक में लिखे एक लेख में, रुबिन ने कहा कि बीजिंग आतंक को रोकने के समर्थन में नहीं है। एफएटीएफ पाकिस्तान में बढ़ते आतंक में भी विफल रहा और अब वह कुछ बड़े फैसले ले सकता है।रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी राजदूत याओ जिंग और पाकिस्तान के विशेष वित्त सलाहकार अब्दुल हफीज शेख की हालिया बैठक में केवल सेफ (चीन-पाक आर्थिक गलियारा) के बारे में बात हुई थी। दोनों देशों के बीच एफएटीएफ पर कोई चर्चा नहीं हुई। इससे यह स्पष्ट है कि चीन किसी भी तरह से पाकिस्तान में लाए जा रहे आतंक के खिलाफ नहीं है और वह भारत के लिए इसका इस्तेमाल कर रहा है।