नई दिल्ली. पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच गतिरोध (India China Standoff) बरकरार है. दावा किया जा रहा है कि चीन की सेना LAC के कुछ किलोमीटर अंदर तक घुस गई है. हालांकि भारत की सेना इन्हें मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है. इस बीच खबर है कि चीन की सेना को यहां से पीछे हटना पड़ सकता है. दरअसल जिस गलवान नदी (Galwan River) के किनारे चीन की सेना खड़ी है, वहां बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं.
गलवान नदी में बाढ़ जैसे हालात!
अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट मुताबिक, गलवान नदी के तट पर चीनी सेना की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. चीन की सेना गलवान नदी के किनारे खड़ी है, यहां पानी का स्तर तट के काफी ऊपर तक पहुंच गया है. आर्मी के एक सीनियर अधिकारी ने अखबार को बताया कि इस इलाके में तापमान बढ़ने से आसपास की पहाड़ियों के बर्फ लगातार पिघल रहे हैं. इससे पानी का लेवल काफी ज्यादा बढ़ गया है. इस ऑफिसर ने ये भी दावा किया कि सैटेलाइट और ड्रोन से ली गई तस्वीरों से इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि चीन ने जहां टेंट गाड़े थे वहां पानी भर गया है. जाड़े के मौसम में तो यहां चीन के सैनिकों के लिए और भी मुश्किल चुनौती होगी.
जानलेवा है गलवान का पानी
गलवान नदी अक्साई चिन क्षेत्र से शुरू होती है. वो इलाका जो सालों भर से बर्फ से ढका रहता है. पिछले महीने यानी 15 जून को इसी इलाके में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें हमारे 20 सैनिक शहीद हो गए थे. कहा जा रहा है कि सैनिकों की जान गलवान नदी में गिरने से हुई. नदी का पानी इतना ठंढा था कि घायल सैनिकों ने तुरंत ही दम तोड़ दिया. भारत ने पूर्वी लद्दाख में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पुल का निर्माण गलवान नदी के ऊपर ही किया है, जिससे चीन की बौखलाहट सामने आई.