Share Market News / जल्द भारतीय बाजार पकड़ेगा रॉकेट की रफ्तार? CLSA की रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा

सीएलएसए ने चीन में निवेश घटाते हुए भारत में निवेश बढ़ाने का निर्णय लिया है। अमेरिकी चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद चीन के बाजारों में चुनौतियां बढ़ सकती हैं। सीएलएसए ने रिलायंस के शेयरों को लेकर सकारात्मक रिपोर्ट जारी की, जिसमें 70% तक की वृद्धि की संभावना जताई।

Vikrant Shekhawat : Nov 16, 2024, 06:00 AM
Share Market News: वैश्विक ब्रोकरेज कंपनी सीएलएसए (CLSA) ने अपने निवेश रणनीति में बड़ा बदलाव करते हुए भारतीय बाजार में निवेश बढ़ाने का फैसला किया है। हाल ही में कंपनी ने चीन में निवेश पर जोर दिया था, लेकिन अमेरिकी राजनीतिक परिस्थितियों और व्यापार संबंधी चुनौतियों को देखते हुए, इस रणनीति को उलटते हुए भारत को प्राथमिकता दी है।

अमेरिकी चुनाव और चीन के लिए संभावित चुनौतियां

सीएलएसए ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि डोनाल्ड ट्रंप के संभावित दूसरे कार्यकाल में चीन के साथ व्यापार युद्ध और बढ़ सकता है। चीन की अर्थव्यवस्था में निर्यात का अहम योगदान है, और ऐसे में व्यापार प्रतिबंधों से उसे बड़ा झटका लग सकता है। इन संभावित जोखिमों के मद्देनजर, ब्रोकरेज फर्म ने चीन में निवेश घटाने और भारत में अपने पोर्टफोलियो को फिर से मजबूत करने का निर्णय लिया है।

भारत में निवेश क्यों बढ़ाया जा रहा है?

सीएलएसए का मानना है कि भारत की स्थिर आर्थिक नीतियां और बढ़ती घरेलू मांग उसे निवेश के लिए एक बेहतर विकल्प बनाती हैं। भारतीय बाजार में सुधार और सरकार द्वारा दी गई नीतिगत स्पष्टता ने विदेशी निवेशकों को आकर्षित किया है। यह बदलाव विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (FPI) के जरिए भारतीय शेयर बाजार में संभावित तेजी को दर्शा सकता है। हालांकि, बाजार में यह तेजी कितनी होगी, इसका पूर्वानुमान लगाना अभी मुश्किल है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज पर भरोसा

सीएलएसए ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर पर खास जोर दिया है। फर्म का कहना है कि रिलायंस के नए एनर्जी बिजनेस में भारी संभावनाएं हैं, जो कंपनी को अगले कुछ वर्षों में नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस का शेयर वर्तमान में ₹1266 पर ट्रेड कर रहा है, और इसमें मौजूदा स्तर से 70% तक की वृद्धि की संभावना है।

नए एनर्जी बिजनेस का महत्व

रिपोर्ट में बताया गया है कि रिलायंस का 40 बिलियन डॉलर का नया एनर्जी प्रोजेक्ट, जिसमें 20 गीगावॉट की सोलर गीगाफैक्ट्री शामिल है, अगले 3-4 महीनों में लॉन्च के लिए तैयार है। सीएलएसए ने सोलर बिजनेस के लिए 30 बिलियन डॉलर का वैल्यूएशन दिया है, जो वैश्विक सोलर कंपनियों की तुलना में काफी आकर्षक माना जा रहा है।

क्या है निवेशकों के लिए संदेश?

रिलायंस में हाल ही में आई 7.70% गिरावट को सीएलएसए एक निवेश अवसर मानता है। फर्म का सुझाव है कि लंबी अवधि के निवेशक इस समय का लाभ उठाकर रिलायंस में अपनी स्थिति मजबूत कर सकते हैं।

सीएलएसए का भारत पर बढ़ता विश्वास

भारत की अर्थव्यवस्था का स्थायित्व और कंपनियों की मजबूत प्रदर्शन क्षमता ने विदेशी ब्रोकरेज हाउसों को आकर्षित किया है। सीएलएसए का यह कदम भारतीय बाजार के प्रति वैश्विक निवेशकों के बढ़ते भरोसे को दर्शाता है। अगर यह ट्रेंड जारी रहता है, तो यह भारतीय शेयर बाजार को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकता है।

निष्कर्ष

सीएलएसए का चीन से भारत की ओर यह निवेश पलायन भारतीय बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह दिखाता है कि वैश्विक निवेशक भारत में दीर्घकालिक विकास क्षमता देख रहे हैं। आने वाले समय में, यह बदलाव बाजार में नई संभावनाओं और विदेशी निवेश की लहर को जन्म दे सकता है।