Rajasthan Politics / CM गहलोत ने की वसुंधरा की योजना की तारीफ, बोले- मैं अच्छे काम पकड़ लेता हूं

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के समय शुरू की गई पालनहार योजना की तारीफ करने के साथ विरोधियों पर तंज भी कसे। सीएम गहलोत ने कहा- मेरी भावना अंतिम सांस तक प्रदेशवासियों की सेवा करने की है। मैं किसी पद पर रहूं, नहीं रहूं, कहीं रहूं, प्रदेशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि आपकी सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहूंगा। गहलोत सोमवार को सीएम हाउस में पालनहार योजना के लाभार्थी बच्चों से संवाद कार्यक्रम में बोल रहे

Vikrant Shekhawat : Jul 03, 2023, 11:25 PM
Rajasthan Politics: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के समय शुरू की गई पालनहार योजना की तारीफ करने के साथ विरोधियों पर तंज भी कसे। सीएम गहलोत ने कहा- मेरी भावना अंतिम सांस तक प्रदेशवासियों की सेवा करने की है। मैं किसी पद पर रहूं, नहीं रहूं, कहीं रहूं, प्रदेशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि आपकी सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहूंगा। गहलोत सोमवार को सीएम हाउस में पालनहार योजना के लाभार्थी बच्चों से संवाद कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम के तहत इस योजना से जुड़े बच्चों के अकाउंट में रुपए ट्रांसफर किए गए।

इसे लेकर सीएमआर में प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसके अलावा प्रदेश के सभी जिलों में भी स्थानीय स्तर पर ये कार्यक्रम था।

कार्यक्रम में गहलोत ने शेर सुनाकर सियासी इरादों को जाहिर करते हुए कहा- ना पूछो मेरी मंजिल कहां है, अभी तो सफर का इरादा किया है। ना हारूंगा हाैसला उम्र भर, यह मैंने किसी और से नहीं, खुद से वादा किया है। गहलोत के इस बयान को कांग्रेस के भीतर चल रही सियासी खींचतान से जोड़कर देखा जा रहा है।

वसुंधरा राजे ने योजना लागू की, मैंने इसको पकड़ लिया

गहलोत ने कहा- कोई नहीं जानता था कि अनाथ बच्चों का भविष्य क्या होगा। उन बच्चों के लिए पालनहार योजना वसुंधरा राजे ने लागू की, लेकिन उन्होंने कोई पैसा नहीं बढ़ाया। मैंने इसको पकड़ लिया। मैं अच्छे काम पकड़ लेता हूं। हमारी स्कीम्स को वसुंधरा राजे ने सरकार बदलने पर बंद कर दिया था। जो नहीं करनी चाहिए था। चाहे मेट्रो थी, रिफाइनरी थी, केदारनाथ हादसे में मृतकों के परिजनों को नौकरी का फैसला था, सबको बंद कर दिया। बीजेपी की अप्रोच बहुत गलत है।

गहलोत ने कहा- हमारी सरकार आती है तो बीजेपी राज की स्कीम्स को बंद नहीं करती। हमारी सोच पाॅजिटिव है। यह योजना वसुंधरा राजे की सरकार ने लागू की और हम इसे मजबूत कर रहे हैं। ईआरसीपी की योजना है 13 जिलों की, उसे हम बंद नहीं करके आगे बढ़ा रहे हैं। हमारी सरकार की अप्रोच नेगेटिव नहीं, पाॅजिटिव है।

मेरे दोनों पैरों में एक साथ चोट लग गई, डॉक्टर कह रहे हैं ऐसा पहला केस

सीएम गहलोत ने दोनों पैरों में एक साथ चोट लगने का जिक्र करते हुए कहा- मेरे दोनों पैरों में एक साथ चोट लग गई। ऐसा कभी होता नहीं है। डॉक्टर कह रहे हैं हमने पहला ऐसा केस देखा है, जिसमें दोनों पैरों के अंगूठों में एक साथ फ्रैक्चर हो जाए, ऐसा कभी होता नहीं है।

कोई एक्सीडेंट हो जाए या दूसरी घटना हो तो अलग बात है, लेकिन सामान्य रूप से ऐसा नहीं होता। मैं देखता हूं भगवान ने जानबूझकर किया होगा। दो महीनों से मैं लगातार दौरे कर रहा था, सोचा होगा कुछ आराम कर लेगा तो ठीक रहेगा। तो यह घटना हो गई। पहले डॉक्टरों ने सलाह दी कि घर के अंदर से ही वीसी से जुड़ जाऊं। लेकिन, मेरे दोस्तों ने सलाह दी कि बच्चों का प्रोग्राम है तो आपको आना ही होगा।

घर में लोग भूखे मर रहे हों तो विश्व गुरु की बात बेमानी

गहलोत ने कहा- मैं पीएम मोदी से लगातार आग्रह कर रहा हूं कि पूरे देश में सोशल सिक्योरिटी स्कीम लागू की जाए। गरीब और असहाय लोगों को हर महीने पैसा मिलना चाहिए। कई देशों में बुजुर्गों और असहाय लोगों को हर माह वहां की सरकारें पैसा देती हैं। आप विश्व गुरु बनने की बात कर रहे हैं। विश्व गुरु तब बनेंगे, जब पहले घर को ठीक करेंगे। तुम्हारे घर में लोग भूखे मर रहे हैं तो यह नहीं हो सकता। केंद्र सरकार को राइट टू सोशल सिक्योरिटी कानून लेकर आना चाहिए।

बच्ची से कहा- टेंशन हो तो मुझे फोन करना

पालनहार योजना के लाभार्थियों से बातचीत के दौरान पांचवीं क्लास में पढ़ने वाली हर्षिता को सीएम ने बगल में कुर्सी पर बैठाया। पूछा- क्या बनना चाहती हो। बच्ची ने कहा- आईपीएस अफसर।

सीएम ने कहा- मेहनत से पढ़ाई करोगी तो जरूर आईपीएस अफसर बनोगी। इस पर बच्ची की मां ने कहा कि यह टेंशन में रहती है।

सीएम ने बच्ची की मां से कहा कि आज के बाद यह टेंशन नहीं करेगी। टेंशन हो तो मुझे फाेन करना। एसपी तो दूसरों को टेंशन देता है, खुद टेंशन में थोड़े ही रहता है।

छह लाख बच्चों के खातों में 150 करोड़ रुपए ट्रांसफर

पालनहार योजना से जुड़े बच्चों के खातों में सीएम गहलोत ने एक साथ दो महीने की राशि ट्रांसफर की। छह लाख बच्चों के खातों में पालनहार योजना के जून और जुलाई महीने के 150 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए।

अनाथ बच्चों के साथ विधवा महिलाओं के बच्चे, सिलिकोसिस पीड़ित माता-पिता के बच्चे, मौत की सजा पाए कैदियों के बच्चे, एचआईवी पीड़ितों के बच्चे पालनहार योजना के दायरे में आते हैं। कोविड में माता-पिता की मौत से प्रभावित बच्चों को भी पालनहार योजना में शामिल किया है।