Vikrant Shekhawat : Dec 09, 2024, 01:00 PM
Rising Rajasthan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जयपुर में आयोजित हो रहे ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 का उद्घाटन किया। यह सम्मेलन 9 से 11 दिसंबर तक आयोजित हो रहा है, जिसमें विभिन्न देशों के प्रमुख उद्योगपति, निवेशक और वैश्विक प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए और उन्होंने सम्मेलन में भाग ले रहे प्रतिनिधियों को संबोधित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने स्वागत भाषण दिया।इस समिट में कुल 32 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, जिसमें 17 देशों को ‘पार्टनर कंट्री’ के रूप में आमंत्रित किया गया है। इन देशों में डेनमार्क, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, स्विट्जरलैंड, मलेशिया, स्पेन, क्यूबा, वेनेजुएला, मोरक्को, अर्जेंटीना, ब्राजील, कोस्टा रिका, नेपाल, ओमान, पोलैंड और थाईलैंड शामिल हैं।भारत की शक्ति – डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डेटा
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, "यह तकनीक और डेटा से प्रेरित सदी है। भारत दुनिया को डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डेटा की असली ताकत दिखा रहा है।" उन्होंने भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे के बारे में बात करते हुए कहा कि यूपीआई, डीबीटी योजना और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने भारत में समाज के विभिन्न वर्गों को लाभ पहुँचाया है।प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत ने "रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म" के मंत्र के जरिए विकास की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है। उनका कहना था कि आज हर निवेशक भारत को लेकर उत्साहित है, और यही भारत के विकास की असली पहचान है।निवेश और संभावनाओं की नई दिशा
इस समिट में 30 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों (एमओयू) पर पहले ही हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। इस समिट का उद्देश्य राजस्थान में निवेश को बढ़ावा देना और राज्य को एक वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में स्थापित करना है। सम्मेलन के दौरान, आठ देशों के लिए राष्ट्रीय सत्र और राउंड टेबल का आयोजन किया जाएगा, ताकि देशों और राजस्थान के बीच सहयोग बढ़ाया जा सके।तीन दिवसीय सम्मेलन में खास सत्र
समिट के दौरान विभिन्न थीमैटिक सत्र आयोजित किए जाएंगे। इनमें महिला उद्यमिता, विनिर्माण, जल प्रबंधन, सस्टेनेबल ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा, सस्टेनेबल माइनिंग, स्टार्टअप, शिक्षा, सस्टेनेबल वित्त, कृषि-व्यवसाय, पर्यटन, इन्फ्रास्ट्रक्चर और सप्लाई चेन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इन सत्रों में उद्योग और व्यापार जगत के प्रमुख अधिकारी, विशेषज्ञ और सरकार के प्रतिनिधि भाग लेंगे और नवाचार, स्थिरता और समावेशिता के जरिए राजस्थान में विकास के नए रास्ते तलाशेंगे।प्रवासी राजस्थानी और एमएसएमई कॉन्क्लेव
समिट का दूसरा दिन (10 दिसंबर) प्रवासी राजस्थानी कॉन्क्लेव को समर्पित रहेगा, जिसमें दुनिया भर में फैले प्रवासी राजस्थानी को एक मंच पर लाकर आपसी सहयोग बढ़ाने की कोशिश की जाएगी। इस सत्र में राज्य सरकार की प्रवासी राजस्थानी समुदाय के प्रति प्रतिबद्धता और इसके लिए किए जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा होगी। सम्मेलन के तीसरे दिन (11 दिसंबर) एमएसएमई कॉन्क्लेव का आयोजन होगा, जिसमें इस क्षेत्र की चुनौतियों और भविष्य के अवसरों पर मंथन किया जाएगा।राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो
इस समिट का एक प्रमुख आकर्षण 'राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो' भी है, जो विभिन्न व्यवसायों और उद्योगों के लिए एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगा।इस समिट का आयोजन जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (JECC) में हो रहा है, और इसमें 5000 से अधिक गणमान्य व्यक्ति, कारोबार जगत के दिग्गज और निवेशक भाग ले रहे हैं। यह समिट राजस्थान को वैश्विक निवेश के लिए एक प्रमुख हब के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा और राज्य के आर्थिक विकास के लिए नए अवसर पैदा करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, "यह तकनीक और डेटा से प्रेरित सदी है। भारत दुनिया को डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डेटा की असली ताकत दिखा रहा है।" उन्होंने भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे के बारे में बात करते हुए कहा कि यूपीआई, डीबीटी योजना और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने भारत में समाज के विभिन्न वर्गों को लाभ पहुँचाया है।प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत ने "रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म" के मंत्र के जरिए विकास की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है। उनका कहना था कि आज हर निवेशक भारत को लेकर उत्साहित है, और यही भारत के विकास की असली पहचान है।निवेश और संभावनाओं की नई दिशा
इस समिट में 30 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों (एमओयू) पर पहले ही हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। इस समिट का उद्देश्य राजस्थान में निवेश को बढ़ावा देना और राज्य को एक वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में स्थापित करना है। सम्मेलन के दौरान, आठ देशों के लिए राष्ट्रीय सत्र और राउंड टेबल का आयोजन किया जाएगा, ताकि देशों और राजस्थान के बीच सहयोग बढ़ाया जा सके।तीन दिवसीय सम्मेलन में खास सत्र
समिट के दौरान विभिन्न थीमैटिक सत्र आयोजित किए जाएंगे। इनमें महिला उद्यमिता, विनिर्माण, जल प्रबंधन, सस्टेनेबल ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा, सस्टेनेबल माइनिंग, स्टार्टअप, शिक्षा, सस्टेनेबल वित्त, कृषि-व्यवसाय, पर्यटन, इन्फ्रास्ट्रक्चर और सप्लाई चेन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इन सत्रों में उद्योग और व्यापार जगत के प्रमुख अधिकारी, विशेषज्ञ और सरकार के प्रतिनिधि भाग लेंगे और नवाचार, स्थिरता और समावेशिता के जरिए राजस्थान में विकास के नए रास्ते तलाशेंगे।प्रवासी राजस्थानी और एमएसएमई कॉन्क्लेव
समिट का दूसरा दिन (10 दिसंबर) प्रवासी राजस्थानी कॉन्क्लेव को समर्पित रहेगा, जिसमें दुनिया भर में फैले प्रवासी राजस्थानी को एक मंच पर लाकर आपसी सहयोग बढ़ाने की कोशिश की जाएगी। इस सत्र में राज्य सरकार की प्रवासी राजस्थानी समुदाय के प्रति प्रतिबद्धता और इसके लिए किए जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा होगी। सम्मेलन के तीसरे दिन (11 दिसंबर) एमएसएमई कॉन्क्लेव का आयोजन होगा, जिसमें इस क्षेत्र की चुनौतियों और भविष्य के अवसरों पर मंथन किया जाएगा।राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो
इस समिट का एक प्रमुख आकर्षण 'राजस्थान ग्लोबल बिजनेस एक्सपो' भी है, जो विभिन्न व्यवसायों और उद्योगों के लिए एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगा।इस समिट का आयोजन जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (JECC) में हो रहा है, और इसमें 5000 से अधिक गणमान्य व्यक्ति, कारोबार जगत के दिग्गज और निवेशक भाग ले रहे हैं। यह समिट राजस्थान को वैश्विक निवेश के लिए एक प्रमुख हब के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा और राज्य के आर्थिक विकास के लिए नए अवसर पैदा करेगा।