देश / कमांडोज़ ने एक घंटे के अंदर महाराष्ट्र में हुई मुठभेड़ में मार गिराए 13 नक्सली

गढ़चिरौली (महाराष्ट्र) के डीआईजी संदीप पाटिल ने शुक्रवार को बताया कि एटापल्ली के वन क्षेत्र में पुलिस की कमांडो यूनिट ने मुठभेड़ में कम-से-कम 13 नक्सलियों को मार गिराया है। पाटिल ने बताया कि कोटमी के पास नक्सली मीटिंग के लिए इकट्ठा हुए थे और सुबह 5:30 बजे मुठभेड़ शुरू हुई थी। बकौल पुलिस, मुठभेड़ करीब एक घंटे चली।

Vikrant Shekhawat : May 21, 2021, 01:22 PM
गढ़चिरौली: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में पुलिस और नक्सलियों के बीच एनकाउंटर जारी है। पुलिस की सी-60 यूनिट ने गढ़चिरौली के एटापल्ली के वन क्षेत्र में अभी तक 13 नक्सलियों को मार गिराया है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने गढ़चिरौली के डीआईजी संदीप पाटिल ने के हवाले से यह जानकारी दी है।

गढ़चिरौली जिले के एटापल्ली के वन क्षेत्र से शुक्रवार को कम से कम 13 नक्सलियों के शव बरामद किए गए, जहां महाराष्ट्र पुलिस की सी -60 इकाई और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। गढ़चिरौली के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) संदीप पाटिल के अनुसार, ऑपरेशन महाराष्ट्र पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता थी और संभावना है कि मुठभेड़ में और नक्सलियों का सफाया हो।

महाराष्ट्र पुलिस और नक्सलियों के बीच शुक्रवार तड़के एटापल्ली के पयडी-कोटमी जंगल में मुठभेड़ शुरू हो गई।

गढ़चिरौली के पुलिस उप-महानिरीक्षक संदीप पाटिल ने बताया कि यह मुठभेड़ एटापल्ली के कोटमी के पास जंगल में सुबह करीब साढ़े पांच बजे हुई। उन्होंने बताया कि तब वहां नक्सली एक बैठक के लिए एकत्र हुए थे। पाटिल ने बताया विशिष्ट सूचना के आधार पर पुलिस के दल और सी-60 कमांडो ने जंगल में खोज अभियान शुरु किया। उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने पुलिस दल को देखा और गोलीबारी शुरू कर दी। सी-60 कमांडो ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें 13 नक्सली मारे गए।

गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने बताया कि मुठभेड़ करीब एक घंटे तक चली। शेष नक्सली घने जंगल में भाग निकले। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। खोज अभियान अभी जारी है।

दो साल पहले नक्सलियों ने किया था IED ब्लास्ट

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में साल 2019 में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में 15 पुलिस कर्मियों समेत कम से कम 16 लोगों की जान चली गई थी। उस विस्फोट से सड़क पर एक विशाल खड्ड बन गया था। विस्फोट से पहले नक्सलियों ने एक सड़क निर्माण कंपनी के 27 वाहनों में आग लगा दी थी। विस्फोट में मारे गए लोगों में वाहन चालक भी शामिल था। धमाका पुलिसकर्मियों के वाहन के कुरखेड़ा क्षेत्र के लेंधारी नाले के पास पहुंचते ही हुआ था।