Farmers protest / किसानों की CM के साथ मीटिंग में बनी सहमति,धरना हुआ खत्म- CM मान बोले- शुभ समाचार मिलेगा

गन्ने की कीमत में बढ़ोतरी की मांग को लेकर जालंधर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के इस आश्वासन के बाद अपना आंदोलन खत्म कर दिया कि आने वाले दिनों में उन्हें शुभ समाचार सुनाया जाएगा। किसान यूनियन के नेताओं और मुख्यमंत्री के बीच चंडीगढ़ में 90 मिनट से अधिक समय तक चली बैठक सकारात्मक रही और इसके बाद किसानों ने प्रदर्शन समाप्त करने का फैसला लिया।

Vikrant Shekhawat : Nov 24, 2023, 10:43 PM
Farmers protest: गन्ने की कीमत में बढ़ोतरी की मांग को लेकर जालंधर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के इस आश्वासन के बाद अपना आंदोलन खत्म कर दिया कि आने वाले दिनों में उन्हें शुभ समाचार सुनाया जाएगा। किसान यूनियन के नेताओं और मुख्यमंत्री के बीच चंडीगढ़ में 90 मिनट से अधिक समय तक चली बैठक सकारात्मक रही और इसके बाद किसानों ने प्रदर्शन समाप्त करने का फैसला लिया। 

जालंधर-दिल्ली के बीच यातायात प्रभावित

किसानों ने चार दिन पहले जालंधर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया था। उन्होंने गुरुवार को रेल पटरी को ब्लॉक कर अपना आंदोलन तेज कर दिया था, लेकिन जैसे ही पंजाब सरकार ने बैठक की घोषणा की, उन्होंने नाकाबंदी हटा दी। किसान राजमार्ग के जालंधर-फगवाड़ा खंड के बीच में धरना दे रहे थे और इससे जालंधर और दिल्ली के बीच यातायात प्रभावित हुआ। सीएम मान और यूनियन नेताओं दोनों ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। 

"एक-दो दिन में नई घोषणाएं की जाएंगी" 

हालांकि, मान ने यह नहीं बताया कि गन्ने के लिए सरकार की ओर से अनुशंसित नई कीमत क्या होगी। उन्होंने कहा, "जहां तक गन्ने के दाम बढ़ाने की बात है, पंजाब हमेशा आगे रहा है।” मान ने कहा, “आने वाले दिनों में गन्ना किसानों को दाम और इस साल की शुरुआत में बाढ़ के कारण हुए नुकसान के मुआवजे के संबंध में शुभ समाचार मिलेगा।” मान ने यह भी कहा कि चीनी मिल मालिकों सहित अन्य हितधारकों के साथ शनिवार को बैठक होगी। मुख्यमंत्री ने कहा, "समाधान ढूंढ लिया गया है, एक-दो दिन में नई घोषणाएं की जाएंगी।"

चीनी मिलों का संचालन फिर से शुरू करने की मांग 

भारती किसान यूनियन (दोआबा) के नेतृत्व में किसान गन्ने की कीमतें 380 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 450 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग कर रहे थे। वे गन्ने की पेराई के लिए चीनी मिलों का संचालन फिर से शुरू करने की भी मांग कर रहे थे। बीकेयू (दोआबा) के नेता मंजीत राय बैठक में भाग लेने वाले किसान यूनियन नेताओं में शामिल थे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “मुख्यमंत्री ने गन्ने की सर्वोत्तम दर का आश्वासन दिया है।” राय ने बताया कि मान ने यह भी कहा कि 30 नवंबर तक सभी मिलें चालू हो जाएंगी, बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। 

गन्ने की बढ़ी हुई कीमत कितनी होगी?

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद किसान अब अपना धरना समाप्त कर देंगे। एक सवाल के जवाब में बीकेयू (दोआबा) के नेता मंजीत राय ने कहा कि मुख्यमंत्री ने संकेत दिया है कि गन्ने की बढ़ी हुई दर 400 रुपये प्रति क्विंटल के करीब होगी। उन्होंने कहा, ''हमने कहा है कि यह 400 रुपये से अधिक होना चाहिए।'' पड़ोसी राज्य हरियाणा ने इस महीने की शुरुआत में गन्ने की कीमत 372 रुपये प्रति क्विंटल से 14 रुपये बढ़ाकर 386 रुपये प्रति क्विंटल करने की घोषणा की थी। राय ने संकेत दिया कि गन्ने का बढ़ा हुआ दाम हरियाणा से भी ज्यादा होगा।