COVID-19 Update / इन पांच राज्यों पर पड़ी कोरोना की सबसे तगड़ी मार- स्वास्थ्य मंत्रालय

कोरोना वायरस का संक्रमण देश में थमने का नाम नहीं ले रहा है। पॉजिटिव केस लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। गुरुवार को कोरोना संक्रमण से संबंधित जानकारी शेयर करने के लिए हुई स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि देश में कोरोना के कुल एक्टिव केसों का करीब 62 फीसदी हिस्सा सिर्फ पांच राज्यों में है।

AajTak : Sep 03, 2020, 04:59 PM
Delhi: कोरोना वायरस का संक्रमण देश में थमने का नाम नहीं ले रहा है। पॉजिटिव केस लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। गुरुवार को कोरोना संक्रमण से संबंधित जानकारी शेयर करने के लिए हुई स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि देश में कोरोना के कुल एक्टिव केसों का करीब 62 फीसदी हिस्सा सिर्फ पांच राज्यों में है। और उन पांच राज्यों के कुल एक्टिव केसों के 25 प्रतिशत मामले सिर्फ महाराष्ट्र के हैं। ये पांच राज्य क्रमश: महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, यूपी और तमिलनाडु हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इसके अलावा आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में कुल एक्टिव केस के 12 फीसदी मामले हैं। कोरोना से हुई मौतों की बात करें तो इस महामारी से हुई कुल मौतों में से 37 प्रतिशत मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं। यही नहीं पांच राज्यों में कोरोना से हुई कुल मौतों का 70 फीसदी हिस्सा रिकॉर्ड किया गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कर्नाटक (9।5% वृद्धि) और दिल्ली (50% की वृद्धि) में कोरोना केस तेजी से बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य सचिव राजीव भूषण ने कहा कि दिल्ली की संख्या बढ़ रही है, इसमें कोई संदेह नहीं है। लेकिन, सरकार ने आर्थिक गतिविधियों को खोलने के लिए एक वर्गीकृत दृष्टिकोण अपनाया है। अब केंद्र फिर से दिल्ली पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। केंद्र प्रतिबंधात्मक कदम उठाने के लिए एलजी के संपर्क में है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में अब तक 4।50 करोड़ कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। इसके अलावा 29।70 लाख लोग कोरोना का इलाज लेकर ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना के एक्टिव केस 8।15 लाख हैं। यानी कि रिकवर हुए लोगों की संख्या एक्टिव केसों से तीन गुना हो चुकी है।

राजेश भूषण से ठीक हुए मरीजों में इम्यूनिटी को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय से पहले कई वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि ये 5/6 महीने से सालों तक रहता है लेकिन हम आपको सतर्क रहने के लिए कहेंगे।

आईसीएमआर के महानिदेशक ने कहा कि एसिम्पटोमेटिक रोगी 3-4 दिनों तक वायरस ट्रांसमिट नहीं करते हैं। लेकिन अगर मैं वायरस की जद में आया तो मैं संक्रमित हो सकता था।

स्वास्थ सचिव राजेश भूषण ने यदि आप निजी वाहन चला रहे हैं, तो आपको मास्क पहनने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से ऐसे कोई दिशा-निर्देश नहीं जारी किए गए हैं। जब समूह में साइकिल चलाना या दौड़ना हो तो मास्क पहनना महत्वपूर्ण है। अगर आप अकेले साइकिल चला रहे हैं तो मास्क लगाना महत्वपूर्ण नहीं है।