Vikrant Shekhawat : May 02, 2022, 02:58 PM
आगरा के पिनाहट क्षेत्र से सटी मध्य प्रदेश की सीमा पर चंबल नदी में खौफनाक घटना हुई है। नदी में पानी भरने गए 12 साल के बालक पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया और उसे अपने जबड़ों में जकड़ कर खींच ले गया। लाठी-डंडे लेकर घाट पर पहुंचे ग्रामीणों ने मगरमच्छ को खेदड़ा। इसके बाद उसने बालक का छोड़ा, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। बालक की मौत होने से परिवार में कोहराम मच गया।
नदी से पानी भरने गया था अनिलमुरैना जनपद के थाना महुआ के गांव उसैथ में रविवार शाम को आई आंधी के कारण बिजली न आने से पेयजल संकट खड़ा हो गया। गांव के छोटेलाल का 12 वर्षीय पुत्र अनिल सोमवार की सुबह एक अन्य बालक के साथ चंबल नदी से पानी भरने गया था। जब अनिल नदी से पानी भर रहा था, तभी मगरमच्छ ने उसका पैर जकड़ लिया। यह देख साथ आया दूसरा बालक चीखने लगा।
ईंट-पत्थर मारने पर मगरमच्छ ने छोड़ा मौके पर पहुंचे ग्रामीण ने अनिल को बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक मगरमच्छ ने उसका गला जकड़ लिया। घटना की जानकारी होने पर पिनाहट और उसैथ के ग्रामीण घाट पर पहुंच गए। ग्रामीणों के ईंट-पत्थर मारने पर मगरमच्छ बालक को छोड़कर भाग गया। ग्रामीण अनिल को सुरक्षित स्थान पर लेकर आए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
दो घंटे तक नदी में घूमता रहा मगरमच्छग्रामीणों ने बताया कि मगरमच्छ करीब दो घंटे तक बालक को अपने जबड़ों में जकड़ कर नदी में घूमता रहा, जिससे उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची थाना महुआ पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। ग्रामीणों ने बताया कि चंबल नदी में मगरमच्छ के हमले की पहले भी घटनाएं हो चुकी हैं। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने दहशत है। वहीं मृतक बालक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
नदी से पानी भरने गया था अनिलमुरैना जनपद के थाना महुआ के गांव उसैथ में रविवार शाम को आई आंधी के कारण बिजली न आने से पेयजल संकट खड़ा हो गया। गांव के छोटेलाल का 12 वर्षीय पुत्र अनिल सोमवार की सुबह एक अन्य बालक के साथ चंबल नदी से पानी भरने गया था। जब अनिल नदी से पानी भर रहा था, तभी मगरमच्छ ने उसका पैर जकड़ लिया। यह देख साथ आया दूसरा बालक चीखने लगा।
ईंट-पत्थर मारने पर मगरमच्छ ने छोड़ा मौके पर पहुंचे ग्रामीण ने अनिल को बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक मगरमच्छ ने उसका गला जकड़ लिया। घटना की जानकारी होने पर पिनाहट और उसैथ के ग्रामीण घाट पर पहुंच गए। ग्रामीणों के ईंट-पत्थर मारने पर मगरमच्छ बालक को छोड़कर भाग गया। ग्रामीण अनिल को सुरक्षित स्थान पर लेकर आए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
दो घंटे तक नदी में घूमता रहा मगरमच्छग्रामीणों ने बताया कि मगरमच्छ करीब दो घंटे तक बालक को अपने जबड़ों में जकड़ कर नदी में घूमता रहा, जिससे उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची थाना महुआ पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। ग्रामीणों ने बताया कि चंबल नदी में मगरमच्छ के हमले की पहले भी घटनाएं हो चुकी हैं। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने दहशत है। वहीं मृतक बालक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है।