Cyclone Alert / मुंबई से बस 150 KM दूर चक्रवात, तेज बारिश शुरू, हाईटाइड का अलर्ट

चक्रवाती तूफान निसर्ग ने रफ्तार पकड़ ली है। निसर्ग तूफान आज दोपहर बाद तक महाराष्ट्र के पालघर और मुंबई में समुद्र तट से टकरा सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान के हवा की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच चुकी है। समुद्र तट से टकराने के दौरान हवा की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है।

AajTak : Jun 03, 2020, 12:51 PM
दिल्ली: चक्रवाती तूफान निसर्ग ने रफ्तार पकड़ ली है। निसर्ग तूफान आज दोपहर बाद तक महाराष्ट्र के पालघर और मुंबई में समुद्र तट से टकरा सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान के हवा की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच चुकी है। समुद्र तट से टकराने के दौरान हवा की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। मौसम विभाग ने मुंबई में हाई टाइड के आने की संभावना जताई है। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार रात 9:48 बजे मुंबई में हाई टाइड की चेतावनी दी गई है।

निसर्ग तूफान (Cyclone Nisarga) के दौरान 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की तूफानी हवाएं और समंदर में उठने वाली 6 फीट ऊंची लहरें मुंबई को फिर से पानी-पानी कर सकती हैं। इधर, तूफान से पहले गुजरात और महाराष्ट्र के कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई है।


मुंबई से सिर्फ 150 किलोमीटर दूर चक्रवात

मुंबई मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक चक्रवाती तूफान अलीबाग से 95 किलोमीटर और मुंबई से 150 किलोमीटर दूर है। IMD के मुताबिक यह दोपहर 3 बजे तक 120 किलोमीटर की रफ्तार से समुद्र तट से टकरा सकता है। तूफान के समय 6 फीट ऊंची लहरें उठ सकती हैं। हालांकि, मुंबई निसर्ग की मुसीबत से निपटने के लिए तैयार है। 80 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

चक्रवात से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 20 टीमें तैनात की गई हैं। इसमें मुंबई में 8 टीमें, रायगढ़ में 5 टीमें, पालघर में 2 टीमें, थाने में 2 टीमें, रत्नागिरी में 2 टीमें और सिंधूदुर्ग में 1 टीम की तैनाती है। वहीं, कुछ टीमों को स्टैंडबाई पर रखा गया है। बता दें कि दो हफ्ते में देश को दूसरे समुद्री तूफान का सामना करना पड़ रहा है। पहले अम्फान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाई थी। इसके दोपहर तक अलीबाग में तट से टकराने की उम्मीद है।

मुंबई में तूफान से निपटने और जान माल के नुकसान को रोकने के लिए पक्के इंतजाम किए गए हैं। मुंबई में धारा 144 लगाई गई है। लोगों से सैर-सपाटे के लिए समुद्री तटों पर नहीं जाने को कहा गया है। पार्कों में जाने पर रोक है। लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है।

एनडीआरएफ, दमकल और सेना को अलर्ट पर रखा गया है। मौसम विभाग के मुताबिक दमन, दीव और दादरा नगर हवेली में तूफान का असर सबसे ज्यादा रहेगा। मुंबई समेत उत्तरी महाराष्ट्र के कई इलाकों और कोंकण में भारी बारिश का अलर्ट है। साथ ही दक्षिणी गुजरात के कई इलाकों में भी तूफान का असर ज्यादा होने की आशंका है।

मुंबई के अलावा तूफान का कहर गुजरात तक हो सकता है। इसका ट्रेलर अभी से दिखना शुरू हो गया है। अहमदाहाद में जमकर बारिश हो रही है। गुजरात के नवसारी के आसपास के समंदर में तो ऊंची ऊंची लहरें भी उठनी शुरू हो गई हैं।

गुजरात में 47 गांव करवाए गए खाली

गुजरात में चक्रवाती तूफान निसर्ग से निपटने की तैयारियों के बीच, वलसाड और नवसारी जिला प्रशासनों ने राज्य के तटीय क्षेत्रों में स्थित 47 गांवों से करीब 20 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग ने मंगलवार को संकेत दिया कि हो सकता है कि चक्रवाती तूफान गुजरात तट पर न पहुंचे। हालांकि इसका प्रभाव तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं और भारी बारिश के रूप में सामने आ सकता है।

चक्रवात के कारण सेंट्रल रेलवे ने कई ट्रेनों के टाइम टेबल में बदलाव किया है। इसमें गोरखपुर, तिरुवनंतपुरम, दरभंगा, वाराणसी और भुवनेश्वर को जाने वाली स्पेशल ट्रेनें शामिल हैं

समुद्र तटों पर धारा 144

चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के खतरे के मद्देनजर मुंबई में समुद्र तट के किनारे लोगों के आवागमन पर गुरुवार दोपहर तक प्रतिबंध लगा दिया गया है। मुंबई पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि धारा 144 के तहत एक आदेश जारी किया गया है।

पुलिस ने बयान में कहा, 'इस आदेश के साथ मुंबई पुलिस ने समुद्र तटों के पास स्थित सार्वजनिक स्थानों, सैरगाह, पार्कों और तटों के किनारे स्थित अन्य स्थानों पर एक या एक से अधिक व्यक्तियों की उपस्थिति या आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है।'

पुलिस ने बयान में कहा कि इस आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (एक लोक सेवक द्वारा विधिपूर्वक घोषित आदेश की अवहेलना) के तहत कार्रवाई हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार दोपहर बाद महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में चक्रवाती तूफान के आने की आशंका है।