Gajendra Singh Rathore : Oct 12, 2024, 11:04 PM
Baba Siddique : महाराष्ट्र में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई में गोली मारकर हत्या कर दी गई. सिद्दीकी को मुंबई के बांद्रा ईस्ट में गोली मारी गई. आनन-फानन में उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया जहां, उनकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि बाबा सिद्दीकी पर दो से तीन राउंड फायरिंग हुई थी जिसमें एक गोली उनके सीने में लगी थी. लीलावती अस्पताल ने भी बाबा सिद्दीकी की मौत की पुष्टि कर दी है.
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बाबा सिद्दीकी कांग्रेस को छोड़कर एनसीपी अजित गुट में शामिल हुए थे. वो 3 बार कांग्रेस से विधायक भी रहे हैं और बांद्रा वेस्ट से मंत्री भी रहे हैं. कांग्रेस में अनबन के बाद फरवरी में उन्होंने एनसीपी ज्वाइन कर ली थी. अब महज कुछ महीने बाद ही उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई है. घटना के बाद पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है. माना जा रहा है कि दोनों शूटर हो सकते हैं. पुलिस फिलहाल उनसे पूछताछ कर रही है.
बेटे के ऑफिस से लौटते वक्त हुआ हमलाबताया जा रहा है कि जहां पर बाबा सिद्दीकी को गोली मारी गई वहां से कुछ ही दूरी पर उनके बेटे जीशान का कार्यालय भी है. जीशान बांद्रा ईस्ट से विधायक हैं. बेटे के कार्यालय से वो वापस लौट रहे थे तभी हमलावरों ने उन पर तीन राउंड फायर कर दी. जिसके बाद एक गीलो उनके सीने में जा लगी.
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ज्वाइन की थी एनसीपीबाबा सिद्दीकी इसी साल फरवरी में कांग्रेस छोड़कर अजित पवार गुट की एनसीपी में शामिल हुए थे. एनसीपी ज्वाइन करने के बाद उन्होंने कहा था कि मैं खुली किताब हूं, मैं खानदानी आदमी हूं. मैं किसी की बुराई नहीं करना चाहता. परसेप्शन की राजनीति हो रही है इसलिए मैंने कांग्रेस छोड़ दी है.
शिवसेना नेता बोले शिंदे को सीएम पद पर रहने का कोई अधिकार नहींघटना पर शिवसेना यूबीटी नेता आनंद दुबे ने कहा कि मुंबई में अगर पूर्व विधायक सुरक्षित नहीं हैं. जो पहले मंत्री भी रह चुके हैं, जो सरकार के साथ हैं, जिनका पुत्र अभी विधायक है, ऐसे लोगों की जान सुरक्षित नहीं है तो यह सरकार आम आदमी को क्या सुरक्षा देगी. अगर अपने विधायक-पूर्व मंत्री को सुरक्षित नहीं रख सकते हैं तो देवेंद्र फडणवीस जी आप इस्तीफा दे दीजिए. एकनाथ शिंदे को राज्य के सीएम पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.
सिद्दीकी छात्र जीवन से ही कांग्रेस से जुड़े रहेबाबा सिद्दीकी का पूरा नाम बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी है। वे 1977 में अपने छात्र जीवन में ही कांग्रेस पार्टी से जुड़ गए थे। बाबा ने मुंबई के एमएमके कॉलेज से पढ़ाई की। कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद बाबा साल 1992 और 1997 में दो बार बीएमसी नगर निगम पार्षद चुने गए।
इसके बाद बाबा 1999, 2004 और 2009 में तीन बार बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। उनके बेटे जीशान सिद्दीकी बांद्रा पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से अभी कांग्रेस के विधायक हैं और मुंबई युवा कांग्रेस के नेता भी हैं।
2013 में दाऊद ने दी थी बाबा को धमकीसाल 2013 में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद ने फोन कर बाबा को धमकाते हुए कहा था कि, राम गोपाल वर्मा से बोलकर तुम्हारी फिल्म बनवा दूंगा, 'एक था एमएलए'! मुंबई में जमीन के एक टुकड़े को लेकर बाबा सिद्दीकी और दाऊद के करीबी माने जाने वाले अहमद लंगड़ा के बीच विवाद था।
इसके बाद छोटा शकील ने बाबा को धमकाया कि वह इस मामले से हट जाएं, वर्ना अंजाम ठीक नहीं होगा। बाबा ने इसकी शिकायत मुंबई पुलिस से की। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अहमद लंगड़ा को गिरफ्तार कर मकोका लगा दिया।
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बाबा सिद्दीकी कांग्रेस को छोड़कर एनसीपी अजित गुट में शामिल हुए थे. वो 3 बार कांग्रेस से विधायक भी रहे हैं और बांद्रा वेस्ट से मंत्री भी रहे हैं. कांग्रेस में अनबन के बाद फरवरी में उन्होंने एनसीपी ज्वाइन कर ली थी. अब महज कुछ महीने बाद ही उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई है. घटना के बाद पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है. माना जा रहा है कि दोनों शूटर हो सकते हैं. पुलिस फिलहाल उनसे पूछताछ कर रही है.
बेटे के ऑफिस से लौटते वक्त हुआ हमलाबताया जा रहा है कि जहां पर बाबा सिद्दीकी को गोली मारी गई वहां से कुछ ही दूरी पर उनके बेटे जीशान का कार्यालय भी है. जीशान बांद्रा ईस्ट से विधायक हैं. बेटे के कार्यालय से वो वापस लौट रहे थे तभी हमलावरों ने उन पर तीन राउंड फायर कर दी. जिसके बाद एक गीलो उनके सीने में जा लगी.
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ज्वाइन की थी एनसीपीबाबा सिद्दीकी इसी साल फरवरी में कांग्रेस छोड़कर अजित पवार गुट की एनसीपी में शामिल हुए थे. एनसीपी ज्वाइन करने के बाद उन्होंने कहा था कि मैं खुली किताब हूं, मैं खानदानी आदमी हूं. मैं किसी की बुराई नहीं करना चाहता. परसेप्शन की राजनीति हो रही है इसलिए मैंने कांग्रेस छोड़ दी है.
शिवसेना नेता बोले शिंदे को सीएम पद पर रहने का कोई अधिकार नहींघटना पर शिवसेना यूबीटी नेता आनंद दुबे ने कहा कि मुंबई में अगर पूर्व विधायक सुरक्षित नहीं हैं. जो पहले मंत्री भी रह चुके हैं, जो सरकार के साथ हैं, जिनका पुत्र अभी विधायक है, ऐसे लोगों की जान सुरक्षित नहीं है तो यह सरकार आम आदमी को क्या सुरक्षा देगी. अगर अपने विधायक-पूर्व मंत्री को सुरक्षित नहीं रख सकते हैं तो देवेंद्र फडणवीस जी आप इस्तीफा दे दीजिए. एकनाथ शिंदे को राज्य के सीएम पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.
सिद्दीकी छात्र जीवन से ही कांग्रेस से जुड़े रहेबाबा सिद्दीकी का पूरा नाम बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी है। वे 1977 में अपने छात्र जीवन में ही कांग्रेस पार्टी से जुड़ गए थे। बाबा ने मुंबई के एमएमके कॉलेज से पढ़ाई की। कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद बाबा साल 1992 और 1997 में दो बार बीएमसी नगर निगम पार्षद चुने गए।
इसके बाद बाबा 1999, 2004 और 2009 में तीन बार बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। उनके बेटे जीशान सिद्दीकी बांद्रा पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से अभी कांग्रेस के विधायक हैं और मुंबई युवा कांग्रेस के नेता भी हैं।
2013 में दाऊद ने दी थी बाबा को धमकीसाल 2013 में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद ने फोन कर बाबा को धमकाते हुए कहा था कि, राम गोपाल वर्मा से बोलकर तुम्हारी फिल्म बनवा दूंगा, 'एक था एमएलए'! मुंबई में जमीन के एक टुकड़े को लेकर बाबा सिद्दीकी और दाऊद के करीबी माने जाने वाले अहमद लंगड़ा के बीच विवाद था।
इसके बाद छोटा शकील ने बाबा को धमकाया कि वह इस मामले से हट जाएं, वर्ना अंजाम ठीक नहीं होगा। बाबा ने इसकी शिकायत मुंबई पुलिस से की। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अहमद लंगड़ा को गिरफ्तार कर मकोका लगा दिया।