Bus Accident News: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में सोमवार रात एक दर्दनाक हादसे ने शहर को हिला कर रख दिया। कुर्ला इलाके में एक तेज रफ्तार सरकारी बस ने नियंत्रण खोते हुए 100 मीटर के दायरे में तबाही मचाई। यह हादसा स्थानीय अंजुम-ए-इस्लाम स्कूल के पास एसजी बारवे रोड पर हुआ, जहां भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में बस ने दर्जनों वाहनों और पैदल चलने वाले लोगों को कुचल दिया।
घटना का विवरण
सोमवार रात करीब 9:50 बजे बेस्ट की इलेक्ट्रिक बस (MH-01, EM-8228) कुर्ला से अंधेरी की ओर जा रही थी। बस अनियंत्रित हो गई और 40 से अधिक वाहनों को टक्कर मारते हुए एक इमारत के आरसीसी कॉलम से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि इमारत की बाउंड्री वॉल ढह गई। हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 49 लोग घायल हैं। इनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है और उनका इलाज नजदीकी कुर्ला भाभा अस्पताल में चल रहा है।
हादसे की वजह: सवाल बरकरार
हादसे के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों का कहना है कि बस ड्राइवर नशे में था। हालांकि, पुलिस ने इस दावे की पुष्टि नहीं की है। डीसीपी जोन 5 गणेश गावड़े के अनुसार, दुर्घटना के कारण की जांच चल रही है। वहीं, शिवसेना विधायक दिलीप लांडे का मानना है कि बस का ब्रेक फेल हो गया था, जिससे ड्राइवर घबरा गया और गलती से एक्सीलेटर दबा दिया।
आतंक का मंजर और राहत कार्य
दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर भगदड़ मच गई। सड़क पर चारों ओर घायलों की चीख-पुकार सुनाई दी। स्थानीय लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और राहत कार्य शुरू किया। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
घायलों का इलाज जारी
कुर्ला भाभा अस्पताल की डॉ. पद्मश्री अहिरे के अनुसार, अस्पताल में लाए गए 49 घायलों में से 7 लोगों की मौत हो चुकी है। घायलों में कई गंभीर स्थिति में हैं, जिनका इलाज जारी है।
पुलिस की जांच और सवालों के घेरे में ड्राइवर
पुलिस ने बस चालक को हिरासत में ले लिया है और बस को आरटीओ निरीक्षण के लिए भेजा गया है। ड्राइवर से पूछताछ जारी है, लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि वह नशे में था या नहीं। पुलिस ने ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
हादसे से सबक और भविष्य की सुरक्षा
मुंबई जैसे घनी आबादी वाले शहर में ऐसी घटनाएं सार्वजनिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाती हैं। इस हादसे ने एक बार फिर ट्रैफिक नियमों के पालन और सार्वजनिक परिवहन के मानकों की ओर ध्यान आकर्षित किया है। हादसे की वजह चाहे तकनीकी खराबी हो या मानव त्रुटि, इससे बचने के लिए ठोस कदम उठाना बेहद जरूरी है।मुंबई का यह दर्दनाक हादसा केवल एक घटना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि हमें अपनी सुरक्षा और जिम्मेदारियों को लेकर अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।