कारोबार / नोकिया और एयरटेल के बीच हुई 7,636 करोड़ रुपये की डील, 4G-5G नेटवर्क को मजबूत करने पर होगा काम

भारती एयरटेल और नोकिया के बीच एक साझेदारी हुई है जिससे एयरटेल के 4जी नेटवर्क को मजबूती मिलेगी। साथ ही 5जी नेटवर्क को डेवलप करने में भी नोकिया की ओर से मदद मिलेगी। इस डील के जरिए देश के सभी नौ सर्किल में एयरटेल 5जी नेटवर्क के लिए काम करेगा। कहा जा रहा है कि यह डील एक बिलियन डॉलर यानी करीब 7,636 करोड़ रुपये में हुई है, हालांकि डील की रकम को लेकर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है

AMAR UJALA : Apr 28, 2020, 03:24 PM
दिल्ली: भारती एयरटेल और नोकिया के बीच एक साझेदारी हुई है जिससे एयरटेल के 4जी नेटवर्क को मजबूती मिलेगी। साथ ही 5जी नेटवर्क को डेवलप करने में भी नोकिया की ओर से मदद मिलेगी। इस डील के जरिए देश के सभी नौ सर्किल में एयरटेल 5जी नेटवर्क के लिए काम करेगा। कहा जा रहा है कि यह डील एक बिलियन डॉलर यानी करीब 7,636 करोड़ रुपये में हुई है, हालांकि डील की रकम को लेकर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है

एयरटेल के नेटवर्क में नोकिया सबसे बड़ा 4जी वेंडर है। वहीं आने वाले समय में नोकिया 5जी नेटवर्क के लिए 3,00,000 रेडियो यूनिट्स लगाएगा। इस डील के बाद नोकिया ने कहा है कि वह एयरटेल को जरूरी उपकरण और सेवाएं उपलब्ध कराएगा। जिन इलाकों में एयरटेल का नेटवर्क कमजोर है, उन इलाकों में कनेक्टिविटी बढ़ाने पर काम होगा। 

इस साझेदारी पर भारती एयरटेल के एमडी और सीईओ (भारत और दक्षिण) गोपाल विट्टल ने कहा, 'हम एक दशक से अधिक समय से नोकिया के साथ काम कर रहे हैं और अपने नेटवर्क की क्षमता और कवरेज को बेहतर बनाने में खुशी महसूस कर रहे हैं।'

वहीं इस साझेदारी के बाद अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजीव सूरी ने कहा, 'हमने कई वर्षों तक भारती एयरटेल के साथ मिलकर काम किया है और लंबे समय से चली आ रही साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए खुशी हो रही है। यह परियोजना उनके मौजूदा नेटवर्क को बढ़ाएगी और एयरटेल ग्राहकों को सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और भविष्य में 5 जी सेवाओं के लिए नींव भी रखेगी।'

इस डील के तहत नोकिया SRAN (सिंगल रेडियो एक्सेस नेटवर्क) प्रोडक्ट्स के जरिए एयरटेल की मदद करेगा। बता दें कि SRAN के जरिए टेलीकॉम ऑपरेटर को 2जी, 3जी और 4जी नेटवर्क को मैनेज करने में मदद मिलती है। इसके अलावा नेटवर्क की क्षमता बढ़ाने में भी मदद मिलती है।

बता दें कि मौजूदा समय में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टेलीकॉम बाजार है। साल 2025 तक भारत में यूनिक मोबाइल यूजर्स की संख्या 92 करोड़ के आंकड़े को पार कर जाएगी जिनमें से 8 करोड़ 5जी यूजर्स होंगे