Vikrant Shekhawat : Jun 17, 2022, 09:42 AM
अमेरिकी शेयर बाजारों में गिरावट का असर आज यानी शुक्रवार को घरेलू शेयर मार्केट में भी देखने को मिल रहा है। आज सप्ताह के आखिरी दिन भी घरेलू शेयर बाजार में गिरावट नजर आ रही है। शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान पर थे। बता दें गुरुवार को ही भारतीय शेयर बाजार के एक साल के निचले स्तर पर आ गए थे। अब अमेरिकी स्टॉक मार्केट की भी रिकॉर्ड बिकवाली से शुरुआत हुई है।
डाऊ जोंस 2.42 फीसद टूटकर 29927 पर आ गया है। यह 52 हफ्ते के लो 29540 के करीब है। पिछले 5 सत्रों में यह करीब 2071 अंक टूटा है। 10 जून को यह 32000 के स्तर पर था। वहीं, नैस्डैक में 4.08 फीसद की भारी गिरावट हुई और यह 10646 पर आ गया। पिछले 5 सत्रों में यह 897 अंकों का गोता लुगा चुका है। यह गिरावट एसएंडपी में भी हुई है। एसएंडपी500 गुरुवार को 3.25 फीसद टूटकर 3666 पर आ गया। पिछले 5 सत्रों में यह 7.74 फीसद टूट चुका है। यह भी पिछले 52 हफ्ते के लो 3639 के बेहद करीब है।
आर्थिक मंदी का गहराता सायाअमेरिका के फेडरल बैंक ने ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। वर्ष 1994 के बाद से ब्याज दरों में यह अबतक की सबसे बड़ी वृद्धि है। इसके साथ ही इंग्लैंड, स्विट्जरलैंड और जापान के केंद्रीय बैंकों ने भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी से वैश्विक स्तर पर महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है।जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, " फेडरल रिजर्व का नीतिगत दर में वृद्धि का निर्णय उम्मीद के अनुरूप था। इसीलिए शुरुआती कारोबार में बाजार में बढ़त रही, लेकिन मंदी की आशंका ने वैश्विक धारणा को प्रभावित किया। "
महंगाई के डर से कांपा बाजारमहंगाई के डर की वजह से अमेरिका का स्टॉक गोते लगाने लगा है। मेगा मार्केट कैपिटल वाली कंपनियाें में Amazon.com के शेयर 3.72 फीसद गिरकर 52 हफ्ते के लो 101.26 डॉलर के करीब आ गए हैं। Microsoft भी 2.70 फीसद टूटकर 244.97 डॉलर पर है और यह भी 52 हफ्ते के लो 241.51 के बेहद करीब है। Apple के शेयर भी 3.97 फीसद गिरे हैं। यह भी अपने 52 हफ्ते के लो 128.46 डॉलर के पास आ गया है। गुरुवार को यह 130.06 डॉलर पर बंद हुआ। एलन मस्क की कंपनी Tesla ने भी घुटने टेक दिए। इस स्टॉक में 8.54 फीस की बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
भारतीय बाजार भी पस्त वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख, मुद्रास्फीति को लेकर चिंता और विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी से बीएसई सेंसेक्स गुरुवार को 1,045.60 अंक यानी 1.99 फीसद टूटकर 51,495.79 अंक पर बंद हुआ। पिछले पांच कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 3,824.49 अंक यानी 6.91 फीसद नीचे आया है। शेयर बाजारों में पिछले पांच दिन से जारी गिरावट के कारण निवेशकों को 15.74 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी है।
डाऊ जोंस 2.42 फीसद टूटकर 29927 पर आ गया है। यह 52 हफ्ते के लो 29540 के करीब है। पिछले 5 सत्रों में यह करीब 2071 अंक टूटा है। 10 जून को यह 32000 के स्तर पर था। वहीं, नैस्डैक में 4.08 फीसद की भारी गिरावट हुई और यह 10646 पर आ गया। पिछले 5 सत्रों में यह 897 अंकों का गोता लुगा चुका है। यह गिरावट एसएंडपी में भी हुई है। एसएंडपी500 गुरुवार को 3.25 फीसद टूटकर 3666 पर आ गया। पिछले 5 सत्रों में यह 7.74 फीसद टूट चुका है। यह भी पिछले 52 हफ्ते के लो 3639 के बेहद करीब है।
आर्थिक मंदी का गहराता सायाअमेरिका के फेडरल बैंक ने ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। वर्ष 1994 के बाद से ब्याज दरों में यह अबतक की सबसे बड़ी वृद्धि है। इसके साथ ही इंग्लैंड, स्विट्जरलैंड और जापान के केंद्रीय बैंकों ने भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी से वैश्विक स्तर पर महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है।जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, " फेडरल रिजर्व का नीतिगत दर में वृद्धि का निर्णय उम्मीद के अनुरूप था। इसीलिए शुरुआती कारोबार में बाजार में बढ़त रही, लेकिन मंदी की आशंका ने वैश्विक धारणा को प्रभावित किया। "
महंगाई के डर से कांपा बाजारमहंगाई के डर की वजह से अमेरिका का स्टॉक गोते लगाने लगा है। मेगा मार्केट कैपिटल वाली कंपनियाें में Amazon.com के शेयर 3.72 फीसद गिरकर 52 हफ्ते के लो 101.26 डॉलर के करीब आ गए हैं। Microsoft भी 2.70 फीसद टूटकर 244.97 डॉलर पर है और यह भी 52 हफ्ते के लो 241.51 के बेहद करीब है। Apple के शेयर भी 3.97 फीसद गिरे हैं। यह भी अपने 52 हफ्ते के लो 128.46 डॉलर के पास आ गया है। गुरुवार को यह 130.06 डॉलर पर बंद हुआ। एलन मस्क की कंपनी Tesla ने भी घुटने टेक दिए। इस स्टॉक में 8.54 फीस की बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
भारतीय बाजार भी पस्त वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख, मुद्रास्फीति को लेकर चिंता और विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी से बीएसई सेंसेक्स गुरुवार को 1,045.60 अंक यानी 1.99 फीसद टूटकर 51,495.79 अंक पर बंद हुआ। पिछले पांच कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 3,824.49 अंक यानी 6.91 फीसद नीचे आया है। शेयर बाजारों में पिछले पांच दिन से जारी गिरावट के कारण निवेशकों को 15.74 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी है।