DeepSeek AI: चीन का स्टार्टअप "डीपसीक" इन दिनों हर जगह चर्चा का विषय बन गया है। इस एआई चैटबॉट ने अपनी तेजी से बढ़ती लोकप्रियता के कारण बड़ी टेक कंपनियों के शेयरों को प्रभावित किया है और कई अरबपतियों की नेटवर्थ को कम किया है। हालांकि, जहां एक तरफ डीपसीक की तकनीकी क्षमता पर ध्यान दिया जा रहा है, वहीं सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों ने इसे विवादों के घेरे में ला दिया है। कंपनियां और सरकारी एजेंसियां इसे अपने वर्क जोन में बैन करने की तैयारी कर रही हैं।
डीपसीक पर बढ़ते सुरक्षा खतरे
डीपसीक का एआई चैटबॉट संभावित डेटा लीक और कमजोर प्राइवेसी सुरक्षा कारणों से आलोचनाओं का शिकार हो रहा है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, साइबर सुरक्षा कंपनी आर्मिस इंक के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर नादिर इजरायल ने बताया कि सैकड़ों कंपनियों और सरकारी एजेंसियों ने डीपसीक को बैन कर दिया है। इन संस्थाओं के लिए सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता है, और जब बात डेटा प्राइवेसी और लीक की हो, तो वे कोई जोखिम लेने के लिए तैयार नहीं हैं।
इटली और अन्य देशों ने क्यों उठाए कदम?
इटली ने तो डीपसीक को एपल के ऐप स्टोर और एंड्रॉयड के गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया है। इसका कारण था, डीपसीक द्वारा डेटा प्रबंधन के तरीके पर सवाल उठाए जाना। इटली की डेटा रेगुलेटर ने डीपसीक को 20 दिन का समय दिया है, ताकि वे अपनी प्राइवेसी पॉलिसी और डेटा सुरक्षा के संबंध में पूरी जानकारी दे सकें। इसके अलावा, आयरलैंड की डेटा प्रोटेक्शन कमीशन (DPC) ने भी डीपसीक से आयरिश यूजर्स के डेटा प्रोसेसिंग पर स्पष्टीकरण मांगा है।
चीन और एआई में बढ़ती चुनौतियां
डीपसीक के सामने अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या चीन एआई तकनीक में पश्चिमी देशों, खासकर अमेरिका से पीछे रह जाएगा? डीपसीक को महज दो महीने में तैयार किया गया था, जबकि चैटजीपीटी को विकसित करने में ओपन एआई को कई सालों का समय लगा। हालांकि, डीपसीक ने अपनी कम लागत (चैटजीपीटी के जैसे) के कारण ध्यान आकर्षित किया, लेकिन इसकी जल्दबाजी में पेश किया गया मॉडल प्राइवसी और डेटा सुरक्षा के मामले में कमजोर नजर आता है।
सोशल मीडिया पर डीपसीक के जवाबों की आलोचना
सोशल मीडिया पर डीपसीक के जवाबों को लेकर मीम्स और जोक्स वायरल हो रहे हैं। इन मीम्स से यह स्पष्ट हो रहा है कि चीन को अभी इस चैटबॉट में सुधार की जरूरत है। यूजर्स इसे गंभीरता से नहीं ले रहे, क्योंकि इसके जवाबों में कई बार भ्रम और असंगतियां देखी जा रही हैं।
क्या डीपसीक का भविष्य संकट में है?
डीपसीक ने हालांकि अपनी कम कीमतों के कारण ग्लोबल मार्केट में हलचल मचाई है, लेकिन इसकी सुरक्षा खामियों के कारण यह अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों से पीछे नजर आ रहा है। चीन को अपनी इस तकनीक में और सुधार करने की आवश्यकता होगी, ताकि वह वैश्विक प्रतिस्पर्धा में टिक सके और सुरक्षा के मुद्दों को हल कर सके।
कुल मिलाकर, डीपसीक ने एआई की दुनिया में एक नया अध्याय शुरू किया है, लेकिन उसे अपनी प्राइवेसी और डेटा सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाने होंगे, वरना यह लोकप्रियता और तेजी से बढ़ते बाजार से पहले ही बाहर हो सकता है।