उत्तर प्रदेश / दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पूरी तरह खोला गया, दिल्ली से मेरठ जाने में लगेंगे महज़ 45 मिनट

82-किलोमीटर लंबे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद गुरुवार को यह आम जनता के लिए खोल दिया गया। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि एक्सप्रेसवे खुलने से अब दिल्ली और उत्तर प्रदेश के मेरठ के बीच यात्रा समय 2.5 घंटे से घटकर 45 मिनट रह जाएगा। इसके निर्माण पर ₹8,346 करोड़ खर्च हुए हैं।

Vikrant Shekhawat : Apr 01, 2021, 04:27 PM
नई दिल्ली: दिल्ली से मेरठ तक का सफर अब से आसान होगा। आज दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को जनता के लिए खोल दिया गया है। अब दिल्ली से मेरठ का सफर ढाई घंटे से घटकर 45 मिनट का हो गया है। गुरुवार की सुबह केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्विट कर यह जानकारी दी।

नितिन गडकरी ने एक वीडियो ट्विट करते हुए कहा, "दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे अब पूरा हो चुका है और यातायात के लिए खोल दिया गया है। हमने दिल्ली-मेरठ के बीच यात्रा का समय 2.5 घंटे से घटाकर 45 मिनट करने का अपना वादा पूरा किया है।" आपको बता दें कि अभी तक सहारनपुर देहरादून उत्तराखंड जाने के लिए मोदी नगर, मुरादनगर जैसे जाम भरे रास्तों से होकर गुजरना पड़ता था। जिसमें काफी टाइम लगता था।

100 की गति से दौड़ेंगी कार

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 100 की गति से कार दौड़ेंगी जबकि 80 की रफ्तार से अन्य वाहन चलेंगे। परियोजना निदेशक ने बताया कि एक्सप्रेसवे का डिजाइन 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से कार चलाने का है। लेकिन खंड चार पर कार 100 की रफ्तार से चलेंगी, क्योंकि खंड-2 और खंड-3 डासना से हापुड़ के बीच रफ्तार 100 और 80 है। रफ्तार को लेकर वाहन चालक दुविधा में न रहे इसलिए खंड चार में भी रफ्तार 100 और 80 रखी है। खंड-एक दिल्ली में वाहनों की गति 70 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसे बढ़ाने की तैयारी चल रही है।

मेरठ एक्सप्रेसवे पर वाहन एक सप्ताह टोल दिए बिना निकलेंगे

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे बेशक बनकर तैयार हो गया हो, लेकिन अभी किसी भी खंड पर टोल प्लाजा नहीं बने हैं। केवल बूथ ही तैयार हो सके हैं। उनमें कंप्यूटर लगाने और बिजली कनेक्शन का काम चल रहा है। टोल शुरू होने में पांच से सात दिन का समय लगेगा। जब तक टोल तैयार नहीं हो जाते तब तक वाहन चालकों से टोल वसूली नहीं की जाएगी।