BRICS Summit / ब्रिक्स सम्मेलन में 'ब्रिक्स करेंसी' की चर्चा, जानिए इसका मतलब है...

रूस में हो रहे BRICS सम्मेलन में डॉलर की जगह BRICS करेंसी की चर्चा प्रमुख है। इस बहुपक्षीय डिजिटल भुगतान प्रणाली, BRICS ब्रिज, का उद्देश्य सदस्य देशों के बीच राष्ट्रीय और डिजिटल मुद्राओं में व्यापार को सुगम बनाना है। यह प्रणाली राजनीतिक प्रतिबंधों से मुक्त वित्तीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए विकसित की जा रही है।

Vikrant Shekhawat : Oct 23, 2024, 09:15 AM
BRICS Summit: रूस के कज़ान शहर में हो रहे 2024 के ब्रिक्स सम्मेलन में इस बार वैश्विक वित्तीय व्यवस्था के भविष्य को लेकर कई महत्वपूर्ण चर्चाएँ हो रही हैं। मुख्य रूप से यह चर्चा अमेरिका के डॉलर के प्रभुत्व से मुक्त होने के विकल्पों पर केंद्रित है। रूस समेत कई सदस्य देश चाहते हैं कि डॉलर पर निर्भरता को कम किया जाए और एक वैकल्पिक वैश्विक वित्तीय प्रणाली की दिशा में कदम बढ़ाया जाए। इसी संदर्भ में एक नई बहुपक्षीय डिजिटल भुगतान प्रणाली, BRICS ब्रिज की चर्चा ज़ोरों पर है, जिसे ब्रिक्स देशों के बीच व्यापार और आर्थिक लेन-देन को सुगम और स्वतंत्र बनाने के लिए विकसित किया जा रहा है।

BRICS ब्रिज: एक नई वित्तीय दिशा

BRICS ब्रिज का उद्देश्य ब्रिक्स देशों के बीच बाहरी राजनीतिक हस्तक्षेप और प्रतिबंधों से मुक्त होकर व्यापारिक और वित्तीय सहयोग को बढ़ावा देना है। यह प्रणाली सदस्य देशों को अपनी राष्ट्रीय मुद्राओं और डिजिटल मुद्राओं के माध्यम से लेन-देन करने का अवसर देगी, जिससे वैश्विक स्तर पर डॉलर के प्रभाव को कम किया जा सकेगा।

BRICS ब्रिज के 10 प्रमुख बिंदु

  1. स्वतंत्र डिजिटल प्लेटफॉर्म
    BRICS ब्रिज एक स्वतंत्र और स्वायत्त भुगतान प्रणाली के रूप में काम करेगा, जो सदस्य देशों को बाहरी राजनीतिक हस्तक्षेप और वित्तीय प्रतिबंधों से बचने का अवसर देगा। यह ब्रिक्स देशों के लिए आर्थिक स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त करेगा।

  2. राष्ट्रीय मुद्राओं में लेन-देन
    इस प्रणाली के माध्यम से BRICS देशों के बीच व्यापार और आर्थिक गतिविधियाँ उनकी राष्ट्रीय मुद्राओं और डिजिटल करेंसी के आधार पर की जा सकेंगी, जिससे डॉलर पर निर्भरता घटेगी।

  3. डिजिटल मुद्रा का उपयोग
    BRICS ब्रिज के तहत सदस्य देश अपनी-अपनी डिजिटल मुद्राओं का उपयोग कर सकेंगे। उदाहरण के तौर पर, रूस का डिजिटल रूबल या चीन का डिजिटल युआन, जो तेज और सुरक्षित लेन-देन सुनिश्चित करेंगे।

  4. अंतर्राष्ट्रीय भुगतान का सुधार
    यह प्रणाली क्रॉस-बॉर्डर (सीमा पार) भुगतान को तेज और अधिक किफायती बनाएगी, जिससे व्यापारिक प्रक्रियाओं में समय और धन की बचत होगी।

  5. राजनीतिक प्रतिबंधों से बचाव
    BRICS ब्रिज का एक मुख्य उद्देश्य बाहरी राजनीतिक दबाव और प्रतिबंधों से बचकर सदस्य देशों के बीच स्वतंत्र वित्तीय लेन-देन सुनिश्चित करना है। खासतौर पर रूस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों के संदर्भ में यह प्रणाली एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

  6. स्विफ्ट का विकल्प
    BRICS ब्रिज, SWIFT जैसे पश्चिमी देशों के नियंत्रण वाले अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय नेटवर्क का एक संभावित विकल्प हो सकता है, जिससे सदस्य देश एक नई वित्तीय प्रणाली का हिस्सा बनेंगे।

  7. वित्तीय एकीकरण
    यह प्लेटफार्म ब्रिक्स देशों के बीच वित्तीय एकीकरण को मजबूत करेगा, जिससे उनकी आपसी आर्थिक साझेदारी और गहरी होगी।

  8. ब्रिक्स देशों की आर्थिक मजबूती
    BRICS ब्रिज का विकास इस बात का प्रतीक है कि ब्रिक्स के सदस्य देश अपनी आर्थिक स्वतंत्रता और सामर्थ्य को मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इससे वैश्विक आर्थिक संतुलन बदलने की संभावना है।

  9. कज़ान BRICS सम्मेलन में चर्चा
    BRICS ब्रिज का मुद्दा कज़ान में हो रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का एक प्रमुख फोकस है। यह उम्मीद की जा रही है कि इस प्रणाली को अंतिम रूप दिया जाएगा, जिससे सदस्य देशों के बीच व्यापार और वित्तीय लेन-देन में एक नई क्रांति की शुरुआत होगी।

  10. वैश्विक प्रभाव
    अगर BRICS ब्रिज सफल होता है, तो यह विकासशील देशों के लिए एक नया मॉडल बन सकता है। अन्य देश भी इसे अपनाकर पश्चिमी वित्तीय दबाव और प्रतिबंधों से बचने की कोशिश कर सकते हैं। इससे वैश्विक आर्थिक व्यवस्था पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।

BRICS करेंसी: डॉलर का विकल्प?

BRICS ब्रिज के माध्यम से एक नई BRICS करेंसी लांच करने की संभावनाएँ भी तेज हो गई हैं। इसका उद्देश्य डॉलर के प्रभुत्व को चुनौती देना और एक नई बहुपक्षीय मुद्रा प्रणाली को स्थापित करना है। यदि यह योजना सफल होती है, तो ब्रिक्स देशों के बीच आपसी व्यापार में डॉलर की भूमिका धीरे-धीरे कम हो सकती है। इससे वैश्विक वित्तीय प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव होने की संभावना है।

निष्कर्ष

कज़ान में हो रहे इस BRICS सम्मेलन में BRICS ब्रिज जैसी नई वित्तीय व्यवस्थाएँ वैश्विक वित्तीय ढांचे में बड़ा बदलाव ला सकती हैं। ब्रिक्स देशों द्वारा विकसित की जा रही इस प्रणाली का उद्देश्य डॉलर पर निर्भरता को कम करना और राजनीतिक प्रतिबंधों से स्वतंत्र आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है। यदि BRICS ब्रिज सफल होता है, तो यह वैश्विक आर्थिक संतुलन को बदल सकता है और अन्य विकासशील देशों के लिए एक प्रेरणास्रोत बन सकता है।