Maharashtra Cabinet Portfolio / महाराष्ट्र में विभागों का बंटवारा, अजित पवार को मिला मनपसंद वित्त मंत्रालय

महाराष्ट्र की राजनीति में काफी उठापटक के बाद काफी राजनीतिक तनाव देखा गया और महाराष्ट्र राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किए गए नौ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) विधायकों को आखिरकार शुक्रवार को उनके विभाग मिल गए. एनसीपी नेता अजीत पवार को वित्त और योजना विभाग सौंपा गया है, जो राज्य सरकार में एक महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो है. छगन भुजबल खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग दिया गया है, जबकि धरमरावबाबा अत्राम औषधि

Maharashtra Cabinet Portfolio: महाराष्ट्र की राजनीति में काफी उठापटक के बाद काफी राजनीतिक तनाव देखा गया और महाराष्ट्र राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किए गए नौ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) विधायकों को आखिरकार शुक्रवार को उनके विभाग मिल गए. एनसीपी नेता अजीत पवार को वित्त और योजना विभाग सौंपा गया है, जो राज्य सरकार में एक महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो है. छगन भुजबल खाद्य नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग दिया गया है, जबकि धरमरावबाबा अत्राम औषधि और प्रशासन (एफडीए) की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

पहली महिला मंत्री अदिति तटकरे को महिला व बाल विकास मंत्रालय दिया गया है. अब्दुल सत्तार को अल्पसंख्यक मंत्री, हसन मुशरिफ मेडिकल एजुकेशन मंत्रालय और धनजय मुंडे को कृषि मंत्रालय दिया गया है. शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट के अब्दुल सत्तार और संजय राठौड़ के कृषि तथा FDA विभाग NCP गुट को दिए गए हैं. संजय राठौड़ को जलसंधरण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि देवेंद्र फडणवीस के पास गृह मंत्रालय, सिंचाई और ऊर्जा विभाग रहेगा.

सहकारिता विभाग दिलीप वाल्से पाटिल के पास होगा, जबकि अनिल पाटिल राहत और पुनर्वास के साथ-साथ आपदा प्रबंधन को देखेंगे. वहीं, संजय बनसोडे को खेल और युवा कल्याण और बंदरगाह विभाग दिया गया है. ये बंटवारा शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में विभाजन और उसके बाद पिछले महीने सत्तारूढ़ शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) गठबंधन सरकार में इन नौ विधायकों के शामिल होने के बाद किया गया है.

विभागों के बंटवारे पर हुई खींचतान

बताया जा रहा था कि सत्तारूढ़ शिव सेना-बीजेपी गठबंधन में एनसीपी नेताओं के शामिल होने से विभागों के आवंटन को लेकर खींचतान शुरू हो गई थी. अजित पवार खेमे और एकनाथ शिंदे गुट के बीच गतिरोध के कारण मंत्रिमंडल विस्तार में देरी हुई. इस महीने की शुरुआत में 2 जुलाई को अजित पवार और एनसीपी के आठ विधायकों ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद की शपथ ली. महाराष्ट्र की राजनीति में अचानक भूचाल आ गया था और एनसीपी दो भागों में टूट गई. शरद पवार और भतीजे अजित पवार दोनों लोग पार्टी पर अपना-अपना अधिकार बताने में लग गए.