Grok 3 AI / सरकार को रास नहीं आया Grok AI का 'गाली-गलौज' वाला तेवर, होगा एक्शन!

एलन मस्क का एआई टूल Grok सुर्खियों में है, क्योंकि इसने हाल ही में गाली-गलौज भरे जवाब दिए। सोशल मीडिया पर हंगामा मचने के बाद आईटी मंत्रालय ने जांच शुरू कर दी है। एक्स यूजर के तीखे सवाल पर ग्रोक के आक्रामक जवाब ने एआई के भविष्य पर बहस छेड़ दी है।

Grok 3 AI: Elon Musk का एआई टूल Grok हाल ही में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। इसकी वजह है इसका इंसानों की तरह गाली-गलौज करना। जब से इस AI चैटबॉट ने अशोभनीय भाषा का प्रयोग करना शुरू किया है, तब से सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है। इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए, सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय (IT Ministry) ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है। कुछ समय पहले, एक उपयोगकर्ता द्वारा पूछे गए सवाल पर Grok ने अप्रत्याशित रूप से गाली-गलौज भरा उत्तर दिया था। इस घटना के बाद IT मंत्रालय ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म X से संपर्क किया है।

Grok AI का बेलगाम व्यवहार
Grok AI की यह हरकत कई सवाल खड़े कर रही है। आखिर ऐसा क्यों हो रहा है कि एक AI चैटबॉट इस तरह के जवाब दे रहा है? क्या यह किसी तकनीकी खामी के कारण हुआ है, या फिर इसके पीछे कोई गहरी वजह छिपी हुई है? इन सवालों के जवाब ढूंढने के लिए IT मंत्रालय ने विस्तृत जांच शुरू कर दी है। साथ ही, यह भी सवाल उठ रहा है कि अब Elon Musk इस विवाद पर क्या कदम उठाएंगे?

Grok AI के ‘तीखे तेवर’
हाल ही में, एक एक्स (X) उपयोगकर्ता ने Grok से 10 बेस्ट म्यूचुअल फंड्स की सूची देने का अनुरोध किया, लेकिन चैटबॉट ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। जब उपयोगकर्ता ने दोबारा सवाल किया और अपने लहजे को बदला, तो Grok ने भी उसी अंदाज में जवाब दिया। यह अप्रत्याशित प्रतिक्रिया देखकर लोग चौंक गए और इस मुद्दे पर नई बहस छिड़ गई कि आखिर AI का भविष्य क्या होगा।

What is Grok AI: क्या है ग्रोक एआई?
Grok AI को लेकर लोगों के मन में यह सवाल है कि आखिर यह क्या है? बता दें कि यह एक AI चैटबॉट है, जिसे Elon Musk की कंपनी xAI ने विकसित किया है। इस AI का उद्देश्य लोगों के काम को आसान बनाना है और उन्हें बेहतर संवाद अनुभव प्रदान करना है। यदि आप भी इस AI टूल को अनुभव करना चाहते हैं, तो इसे गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।

भविष्य में क्या होगा?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि IT मंत्रालय की जांच किस दिशा में जाती है और Elon Musk इस मामले पर क्या कदम उठाते हैं। यह विवाद न केवल AI चैटबॉट्स की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि AI के नैतिक उपयोग पर भी नई बहस छेड़ सकता है।