Vikrant Shekhawat : Apr 11, 2021, 11:51 AM
भीलवाड़ा: राजस्थान के भीलवाड़ा में जंगलराज की डराने वाली वारदात सामने आई है। यहां बैखोफ तस्करों ने नाकाबंदी करके चेकिंग कर रही पुलिस टीम पर एक नहीं, बल्कि दो जगहों पर अंधाधुंध फायरिंग की है। दोनों ही जगहों पर गोली लगने से एक-एक कांस्टेबल की मौत हो गई। तस्करों की इस खुलेआम चुनौती से पुलिस के हाथ-पांव फूल गए हैं। वारदात के बाद पूरे जिले में नाकाबंदी करके जांच की जा रही है, लेकिन वारदात के 12 घंटे बाद भी हत्यारों का कुछ पता नहीं चल पाया है। वारदात की दोनों जगहों के बीच 40 किलोमीटर की दूरी है।पहली वारदात शनिवार देर रात जिले के कोटड़ी इलाके की है। यहां श्रीचारभुजा नाथ मंदिर के पास पुलिस नाकाबंदी करके वाहनों की चेकिंग कर रही थी। रात करीब 11 बजे दो पिकअप और स्कार्पियो समेत 2 कार तेज गति से आई। पुलिस ने इन गाड़ियों को रोकने की कोशिश की तो सबसे आगे चल रही स्कार्पियो सवार बदमाशों ने पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इससे पुलिस टीम में भगदड़ मच गई। पुलिस इस तरह के हमले के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थी। बदमाशों की फायरिंग में एक गोली कांस्टेबल ऊंकार रायका के सीने में लग गई। इससे वे वहीं गिर गए। बदमाशों के भागने के बाद पुलिसकर्मी घायल कांस्टेबल को कोटड़ी अस्पताल ले गए, जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।रात 2:30 बजे रायला इलाके में पुलिस पर दूसरा हमलापुलिस पहली वारदात के सदमे से उबर ही नहीं पाई थी कि रात 2:30 बजे रायला इलाके में दूसरी वारदात हो गई। रायला में भी बिल्कुल कोटड़ी की तरह वारदात हुई। रायला इलाके में भी पुलिस नाकाबंदी करके वाहनों की जांच कर रही है। इसी दौरान तेज रफ्तार एक स्कार्पियो आई। पुलिस ने स्कार्पियो को रोकने की कोशिश की। बदमाशों ने यहां भी पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इसमें कांस्टेबल पवन चौधरी को एक गोली लग गई। उन्हें तुरंत उनके साथी अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि दोनों वारदातों स्कार्पियो सवार बदमाशों ने दी है। कोटड़ी से क्राॅस करने के बाद तस्करों के काफिले के तीन वाहन इधर-उधर चले गए, जबकि स्कॉर्पियो गाड़ी रायला पहुंच गई। जहां गाड़ी में सवार बदमाशों ने फिर पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी।रातभर चेकिंग, लेकिन अब तक पुलिस खाली हाथजिले में पुलिस टीम पर हमले की दो वारदातों ने कानून व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी। वारदात के बाद SP विकास शर्मा मौके पर पहुंचे। जिले के सभी थानों की फोर्स को रात को ही अलर्ट किया गया। जगह-जगह चेकिंग शुरू हुई। नाकाबंदी हुई, लेकिन रिजल्ट अब तक शून्य रहा है। पुलिस को शक है कि बदमाश वादरात को अंजाम देने के बाद दूसरे जिले में भाग गए या फिर जंगलों में कहीं छिपे हैं। आशंका है कि बदमाश अफीम की तस्करी से जुड़े हुए थे, क्योंकि इस समय फसल की तुड़ाई का सीजन शुरू हो गया था। इसके साथ ही तस्करों की गतिविधियां भी बढ़ गई हैं।