AajTak : Apr 13, 2020, 03:16 PM
दिल्ली में लगातार दूसरे दिन भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2।7 रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार को दोपह एक बजकर 26 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप का केंद्र दिल्ली में ही था। हालांकि, किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन लगातार दूसरे दिन भूकंप से लोग चिंतित हैं।
इससे पहले रविवाप को दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। शाम 5 बजकर 45 मिनट पर 3।5 तीव्रता वाला भूकंप आया था। हालांकि, लोगों को कहना था कि भूकंप के झटके तेज थे, लेकिन रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3।5 थी। लोग अपने घरों से बाहर निकल आए थे।
कल और आज यानी दोनों दिन भूकंप का केंद्र पूर्वी दिल्ली ही रहा। कल जमीन से 8 किलोमीटर नीचे भूकंप का केंद्र था, जबकि आज मात्र 5 किलोमीटर नीचे केंद्र रहा। जानकारों का कहना है कि अगर भूकंप का केंद्र जमीन में 15-20 किलोमीटर अंदर होता है तो रिक्टर स्केल पर तीव्रता भी ज्यादा होती है और झटके ज्यादा बड़े इलाके में महसूस किए जाते हैं।
भूकंप के लिहाज से दिल्ली हमेशा काफी संवेदनशील इलाका माना जाता है। मैक्रो सेस्मिक जोनिंग मैपिंग में भारत को 4 जोन में बांटा गया है। यह जोन-2 से 5 तक है। इसमें जोन-2 सबसे कम संवेदनशील क्षेत्र है, जबकि जोन-5 ऐसा क्षेत्र है, जहां भूकंप आने की आशंका सबसे ज्यादा है। दिल्ली को जोन-4 में रखा गया है।
इससे पहले रविवाप को दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। शाम 5 बजकर 45 मिनट पर 3।5 तीव्रता वाला भूकंप आया था। हालांकि, लोगों को कहना था कि भूकंप के झटके तेज थे, लेकिन रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3।5 थी। लोग अपने घरों से बाहर निकल आए थे।
कल और आज यानी दोनों दिन भूकंप का केंद्र पूर्वी दिल्ली ही रहा। कल जमीन से 8 किलोमीटर नीचे भूकंप का केंद्र था, जबकि आज मात्र 5 किलोमीटर नीचे केंद्र रहा। जानकारों का कहना है कि अगर भूकंप का केंद्र जमीन में 15-20 किलोमीटर अंदर होता है तो रिक्टर स्केल पर तीव्रता भी ज्यादा होती है और झटके ज्यादा बड़े इलाके में महसूस किए जाते हैं।
भूकंप के लिहाज से दिल्ली हमेशा काफी संवेदनशील इलाका माना जाता है। मैक्रो सेस्मिक जोनिंग मैपिंग में भारत को 4 जोन में बांटा गया है। यह जोन-2 से 5 तक है। इसमें जोन-2 सबसे कम संवेदनशील क्षेत्र है, जबकि जोन-5 ऐसा क्षेत्र है, जहां भूकंप आने की आशंका सबसे ज्यादा है। दिल्ली को जोन-4 में रखा गया है।