News18 : Jul 01, 2020, 06:45 AM
नई दिल्ली। यूरोपीय यूनियन (European Union) 1 जुलाई से चीन सहित अन्य 15 देशों के लिए अपनी सीमाएं खोल देगा। हालांकि भारत (India) और अमेरिका (America) के लिए अभी ये प्रतिबंध जारी रहेगा। भारत और अमेरिका को कोविड-19 (Covid-19) के बढ़ते मामलों की वजह से इस लिस्ट से बाहर रखा गया है। इसके अलावा ब्राजील और रूस को भी इस लिस्ट से बाहर रखा गया है। इन सभी देशों में कोरोना के मामले अभी बढ़ रहे हैं। ब्राजील में तो कोविड-19 ने बहुत तेजी के साथ पैर पसारे हैं। अब वो पूरी दुनिया में अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर पहुंच गया है।
चीन को शर्तों के साथ जोड़ा गयाजिस चीन से कोविड-19 की शुरुआत हुई थी उसके लिए यूरोपीय यूनियन ने दरवाजे तो खोले हैं लेकिन कड़े नियम-शर्तों के साथ। यूरोपीय यूनियन की तरफ से जारी एक स्टेटमेंट में कहा गया है कि हर दो सप्ताह में इस लिस्ट की समीक्षा की जाएगी। चीन के लिए सीमाएं इसी शर्त पर खोली जाएंगी कि वो भी यूरोपीय यूनियन के लिए अपनी सीमाएं खोले।गौरतलब है कि कोविड-19 की वजह से बुरी तरह आर्थिक नुकसान झेल रहे यूरोप के कई देश अब पर्यटन को फिर से शुरू करना चाह रहे हैं। स्पेन और इटली जैसे देश अपने यहां सैलानियों को लुभाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि इस लिस्ट से बाहर रखे गए अमेरिका के लोग अक्सर यूरोप की यात्रा पसंद करते हैं। 2016 के एक आंकड़े के मुताबिक तकरीबन 2 करोड़ 70 लाख अमेरिकियों ने यूरोप की यात्रा की थी।
साइप्रस ने दिया है स्पेशल ऑफरगौरतलब है कि यूरोपीय देश साइप्रस ने सैलानियों को लुभाने के लिए बीते महीने एक स्पेशल ऑफर दिया था। अब साइप्रस ने सैलानियों को लुभाने के लिए ऐलान किया है कि उसके देश में अगर कोई टूरिस्ट कोरोना पॉजिटिव निकलता है, तो सारा खर्च सरकार वहन करेगी। सिर्फ इलाज का नहीं बल्कि उस टूरिस्ट के आने-जाने का किराया, होटल का बिल, दवा सबकुछ सरकार देगी। साइप्रस के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि हम चाहते हैं हमारे यहां आने वाला हर सैलानी खुद को सुरक्षित महसूस करे। वो यहां रुकने में घबराए नहीं। इसी वजह से हमने उन्हें सुरक्षा देनी की योजना बनाई है।
चीन को शर्तों के साथ जोड़ा गयाजिस चीन से कोविड-19 की शुरुआत हुई थी उसके लिए यूरोपीय यूनियन ने दरवाजे तो खोले हैं लेकिन कड़े नियम-शर्तों के साथ। यूरोपीय यूनियन की तरफ से जारी एक स्टेटमेंट में कहा गया है कि हर दो सप्ताह में इस लिस्ट की समीक्षा की जाएगी। चीन के लिए सीमाएं इसी शर्त पर खोली जाएंगी कि वो भी यूरोपीय यूनियन के लिए अपनी सीमाएं खोले।गौरतलब है कि कोविड-19 की वजह से बुरी तरह आर्थिक नुकसान झेल रहे यूरोप के कई देश अब पर्यटन को फिर से शुरू करना चाह रहे हैं। स्पेन और इटली जैसे देश अपने यहां सैलानियों को लुभाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि इस लिस्ट से बाहर रखे गए अमेरिका के लोग अक्सर यूरोप की यात्रा पसंद करते हैं। 2016 के एक आंकड़े के मुताबिक तकरीबन 2 करोड़ 70 लाख अमेरिकियों ने यूरोप की यात्रा की थी।
साइप्रस ने दिया है स्पेशल ऑफरगौरतलब है कि यूरोपीय देश साइप्रस ने सैलानियों को लुभाने के लिए बीते महीने एक स्पेशल ऑफर दिया था। अब साइप्रस ने सैलानियों को लुभाने के लिए ऐलान किया है कि उसके देश में अगर कोई टूरिस्ट कोरोना पॉजिटिव निकलता है, तो सारा खर्च सरकार वहन करेगी। सिर्फ इलाज का नहीं बल्कि उस टूरिस्ट के आने-जाने का किराया, होटल का बिल, दवा सबकुछ सरकार देगी। साइप्रस के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि हम चाहते हैं हमारे यहां आने वाला हर सैलानी खुद को सुरक्षित महसूस करे। वो यहां रुकने में घबराए नहीं। इसी वजह से हमने उन्हें सुरक्षा देनी की योजना बनाई है।