बिहार / एनडीए का हर सहयोगी दल सम्मानजनक हिस्सेदारी का हकदार: जेडीयू

जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में एनडीए के हर सहयोगी दल को सम्मानजनक हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। जेडीयू द्वारा केंद्र में मंत्रिपद मांगें जाने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा, "इसमें मांगने की क्या बात है? समझने की बात है। यह स्वाभाविक रूप से होना चाहिए।" गौरतलब है, लोकसभा में जेडीयू के 16 सांसद हैं।

पटना: बिहार में सियासी घमासान जारी है. एनडीए घटक दल के नेता आपस में ही उलझे हुए हैं. खासकर बीजेपी और हम पार्टी के बीच तल्खियां बीते कुछ दिनों में बढ़ गईं हैं. दोनों पार्टी के नेता इशारों-इशारों में एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं. इसी सियासी गहमागहमी के बीच जेडीयू ने एनडीए के सामने ऐसी मांग रख दी है, जिससे सूबे के राजनीतिक पारा और चढ़ गया है. 

जेडीयू को कैबिनेट में चाहिए जगह

केंद्रीय मंत्रिमंडल मंडल में तब्दीलियों के चर्चे के बीच बिहार एनडीए का हिस्सा जेडीयू ने ये स्पष्ट कर दिया है कि इस बार उन्हें भी मंत्रिमंडल में जगह चाहिए. सहयोगी पार्टी होने के नाते एनडीए को उनका सम्मान करना चाहिए. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद आरसीपी सिंह ने शनिवार को पटना में पार्टी कार्यालय में निजी चैनल से बात करते हुए मंत्रिमंडल में शामिल होने की मंशा जताई. 

जेडीयू सुप्रीमो आरसीपी सिंह ने कहा, " केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा हमने भी सुनी है. जेडीयू भी एनडीए गठबंधन का सहयोगी है. ऐसे में जब भी विस्तार हो मंत्रिमंडल में जेडीयू को हिस्सेदारी मिलनी ही चाहिए. गठबंधन में एक दूसरे को मान-सम्मान मिलना ही चाहिए. एनडीए के जितने भी घटक दल हैं, मंत्रिमंडल में उनकी हिस्सेदारी होनी चाहिए."

2019 में नहीं बन पाई थी बात

ध्यान देने वाली बात है कि बीते कुछ दिनों से केंद्रीय मंडल के विस्तार होने की चर्चा चल रही है. प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के कैबिनेट में तब्दीलियां होने की संभावना जताई जा रही है. ऐसे में जेडीयू जो 2019 में चूक गई थी, इस बार चूकने के मूड में नहीं दिख रही. पार्टी ने अभी से ही अपनी मनसा स्पष्ट कर दी है. बता दें कि अभी लोकसभा में जेडीयू के 16 सांसद हैं. पिछली बार कैबिनेट विस्तार के समय जेडीयू कोटे से आरसीपी सिंह के मंत्री बनने की बात थी, लेकिन आखिरी समय में बात नहीं बनी.