Bangladesh News / बांग्लादेश में सब बदल जाएगा, मोहम्मद यूनुस ने लिए 6 बड़े सुधार के फैसले

बांग्लादेश के अंतरिम मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने 6 विभागों में सुधार के लिए 6 कमीशन गठित किए हैं। ये कमीशन न्यायपालिका, चुनाव प्रणाली, प्रशासन, पुलिस, भ्रष्टाचार निरोधक आयोग, और संविधान में सुधार करेंगे। यूनुस का लक्ष्य निष्पक्ष चुनाव और अच्छा शासन सुनिश्चित करना है। सुधार 1 अक्टूबर से शुरू होंगे।

Vikrant Shekhawat : Sep 17, 2024, 09:58 AM
Bangladesh News: बांग्लादेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करने के बाद, देश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने सार्वजनिक स्वामित्व, जवाबदेही और कल्याण पर आधारित एक नया सिस्टम स्थापित करने के लिए बड़े कदम उठाए हैं। यूनुस ने छह प्रमुख विभागों में सुधार के लिए छह कमीशन का गठन किया है, जिनका उद्देश्य बांग्लादेश में फासीवाद या सत्तावादी शासन की पुनरावृत्ति को रोकना और निष्पक्ष चुनाव तथा प्रभावी सरकार की स्थापना करना है।

छह विभागों में सुधार: आयोगों का गठन

मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने अपने हालिया संबोधन में बताया कि बांग्लादेश में न्यायपालिका, चुनाव प्रणाली, प्रशासन, पुलिस, भ्रष्टाचार निरोधक आयोग और संविधान में सुधार लाने के लिए छह अलग-अलग आयोग गठित किए गए हैं। ये आयोग 1 अक्टूबर से अपना काम शुरू करेंगे और अगले तीन महीनों में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

न्यायपालिका के सुधार की जिम्मेदारी जस्टिस शाह अबू नईम मोमिनुर रहमान को सौंपा गया है।

चुनाव प्रणाली सुधार के लिए बदीउल आलम मजूमदार को नियुक्त किया गया है।

लोक प्रशासन में सुधार के लिए अब्दुल मुईद चौधरी को जिम्मेदार बनाया गया है।

पुलिस प्रशासन सुधार की जिम्मेदारी सफ़र राज हुसैन को दी गई है।

भ्रष्टाचार निरोधक आयोग का नेतृत्व इफ़्तेख़ारुज़्ज़मां करेंगे।

इन आयोगों के अध्यक्ष और उनके सदस्य मिलकर विचार-विमर्श करेंगे और रिपोर्ट तैयार करेंगे, जिसके बाद प्रमुख राजनीतिक दलों के साथ व्यापक चर्चा की जाएगी। यूनुस ने कहा कि रिपोर्ट में दिए गए बदलावों को धरातल पर उतारने के लिए तीन से सात दिनों तक बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिसमें छात्र संगठनों, सिविल सोसाइटी, राजनीतिक दलों और सरकारी प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा।

एक परिवार और समूह के हाथ में सत्ता की अस्वीकृति

मोहम्मद यूनुस ने स्पष्ट रूप से कहा कि सत्ता का एक परिवार या समूह के हाथ में होना अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा, “हमारा मानना है कि चुनाव की आड़ में मेजोरिटी का डोमिनेंस या कुशासन थोपना गलत है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भविष्य में ऐसा न हो। इसके लिए, चुनाव प्रणाली और अन्य सरकारी विभागों में सुधार किया जाएगा।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव के लिए पुलिस, लोक प्रशासन, न्यायपालिका और भ्रष्टाचार निरोधक आयोग में सुधार करना अत्यंत आवश्यक है।

मीडिया और अभिव्यक्ति की आजादी पर जोर

यूनुस ने मीडिया और अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “प्रेस की आजादी और अभिव्यक्ति की आजादी पहले ही सुनिश्चित की जा चुकी है। हम चाहते हैं कि सभी लोग खुलकर आलोचना करें और विभिन्न विचारों का सम्मान करें।”

पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों में सुधार

यूनुस ने भारत और अन्य पड़ोसी देशों के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि ये रिश्ते निष्पक्षता और समानता पर आधारित होने चाहिए। इसके साथ ही, SAARC को पुनः सक्रिय करने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं ताकि क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा दिया जा सके।

निष्कर्ष

मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने सुधार की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। ये आयोग बांग्लादेश के राजनीतिक और प्रशासनिक ढांचे को मजबूत बनाने और देश को एक नई दिशा देने में अहम भूमिका निभाएंगे। इन सुधारों का उद्देश्य एक पारदर्शी, निष्पक्ष और प्रभावी सरकार स्थापित करना है, जो न केवल बांग्लादेश के अंदर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश की छवि को सकारात्मक रूप से प्रस्तुत करेगा।