टेक एंड गैजेट्स / फेसबुक की 'खतरनाक व्यक्तियों व संगठनों' की सूची हुई लीक

द इंटरसेप्ट ने 'खतरनाक व्यक्तियों व संगठनों' की लीक सूची प्रकाशित की है जिन्हें फेसबुक अपने प्लैटफॉर्म पर अनुमति नहीं देता है। फेसबुक ने आतंकियों समेत 4,000 से अधिक लोगों व समूहों को खतरनाक मानकर उन पर प्रतिबंध लगाया है। आतंकवाद व खतरनाक संगठनों के लिए फेसबुक के नीति निदेशक ब्रायन फिशमैन ने कहा कि सूची लगातार अपडेट होती है।

Vikrant Shekhawat : Oct 14, 2021, 02:47 PM
Facebook, Social Media: मार्क जुकरबर्ग की सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक इन दिनों तमाम गलत वजहों से चर्चा में है. डेटा लीक के मसले पर अमेरिकी सरकार के रडार पर आयी इस लोकप्रिय सोशल साइट पर एक बार फिर ऐसा कुछ गड़बड़ हो गया है, जिससे यह खबरों में है.

दरअसल, सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर हाल ही में सैन्यकृत सामाजिक आंदोलनों की एक निजी सूची के लीक हो गई. इसमें खूफिया किस्म के कई व्यक्तियों और संगठनों के नाम शामिल थे. इसके बाद फेसबुक ने फौरी तौर पर लगभग 1000 ऐसे समूहों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो सोशल नेटवर्क पर खतरनाक व्यक्तियों और संगठनों की सूची का हिस्सा हैं. बताया जा रहा है कि फेसबुक ने आतंकवाद की श्रेणी वाले नाम अमेरिकी सरकार से लिये हैं.

द इंटरसेप्ट की रिपोर्ट की मानें, तो खतरनाक आतंकवाद सूची में लगभग 1,000 एंट्रीज एसडीजीटी या विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादियों का पदनाम स्रोत नोट करती हैं, जो ट्रेजरी विभाग द्वारा बनाये गए प्रतिबंधों की सूची है और 11 सितंबर हमले के तत्काल बाद जॉर्ज डब्ल्यू बुश द्वारा बनायी गई हैं.

फेसबुक की सूची में आधिकारिक एसडीजीटी सूची में पाये गए पासपोर्ट और फोन नंबर शामिल हैं. सामग्री की समीक्षा करनेवाले ब्रेनन सेंटर फॉर जस्टिस की स्वतंत्रता और राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यक्रम के सह-निदेशक फैजा पटेल का कहना है- फेसबुक अपने प्लैटफॉर्म पर कोई हिंसा का आयोजन नहीं चाहता है और खतरनाक व्यक्ति और संगठन सूची अत्यधिक जोखिम वाले समूहों को ऐसा करने से रोकने का प्रयास करता है.

बताते चलें कि पिछले साल, यानी 2020 में फेसबुक ने 600 सैन्यीकृत सामाजिक आंदोलनों की पहचान की और उनके द्वारा बनाये गए लगभग 2,400 पेज और 14,200 समूहों को हटा दिया. फेसबुक ने कट्टरपंथी साजिश समूह क्यूएनन से संबंधित सभी प्रकार की सामग्री को भी प्रतिबंधित कर दिया है.