Vikrant Shekhawat : Dec 31, 2020, 01:16 PM
परिवहन मंत्रालय ने फास्टैग को लागू करने की तिथि को आगे बढ़ा दिया है। अब देश में टोल प्लाजा पर 100 प्रतिशत फास्टैग आधारित टोल कलेक्शन को 15 फरवरी 2021 के बाद लागू किया जाएगा। इकनोमिक टाइम्स ऑटो की एक रिपोर्ट के अनुसार मंत्रालय ने एक नए आदेश में सभी टोल प्लाजा पर कैश ट्रांजेक्शन को 15 फरवरी 2021 तक छूट दी है।
बता दें कि देश में 100 प्रतिशत फास्टैग टोल कलेक्शन को 1 जनवरी 2021 से लागू किया जाना था। हालांकि, कोरोना महामारी के चलते आ रही समस्याओं को देखते हुए सरकार ने इसे लागू करने की तिथि को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है।
मौजूदा समय में टोल कलेक्शन में फास्टैग की भागीदारी 75 प्रतिशत है। केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2020 से नए चारपहिया वाहनों के रजिस्ट्रेशन के साथ फास्टैग लगवाना अनिवार्य कर दिया है।
केंद्र सरकार की मौजूदा रणनीति के अनुसार नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे का काफी तेजी से डिजिटलीकरण किया जा रहा है। केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी सड़क परियोजनाओं में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन भी शामिल है। इस परियोजना में देश के सभी टोल प्लाजा को 100 प्रतिशत कैशलेस किया जा रहा है।
देश के सभी टोल प्लाजा पर डेडिकेटेड फास्टैग लेन भी बनाए गए हैं। फास्टैग एक डिजिटल स्टीकर है जिसे गाड़ियों के शीशे पर लगाया जाता है। यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी पर काम करती है। जब गाड़िया टोल प्लाजा से गुजरती हैं तब फास्टैग से जुड़े बैंक या प्रीपेड अकाउंट से अपने आप ही टोल टैक्स का भुगतान हो जाता है।
इससे गाड़ियों को टोल पलजा पर रुक कर टोल भुगतान करने की आवश्यकता नहीं पड़ती, जिससे समय की बचत होती है साथ ही प्रदूषण में कम होता है। 100 प्रतिशत टोल कलेक्शन लागू होने के बाद गाड़ियां टोल प्लाजा पर नहीं रुकेंगी जाम की स्थिति से भी निजात पाया जा सकेगा।
फास्टैग जारी करने का काम बैंकों और पॉइंट-ऑफ-सेल केंद्रों को सौंपा गया है। फास्टैग को ट्रांसपोर्ट ऑफिस से भी ख़रीदा जा सकता है। फास्टैग लेने के लिए आपको केवाईसी और व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट देना होगा। फास्टैग अमेजन और पेटीएम पर ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है।
बता दें कि फास्टैग लेन में चल रहे बिना फास्टैग वाले वाहनों से दंड के रूप में दोगुना टोल टैक्स वसूल करने का प्रावधान है। यह इसलिए क्योंकि फास्टैग उपयोगकर्ताओं को लेन में इंतजार न करना पड़े और ट्रैफिक जाम की समस्या न हो।
फास्टैग के आने के बाद टोल कलेक्शन में दिनों दिन वृद्धि हो रही है। फास्टैग का प्रयोग सुरक्षा और वाहन की ट्रैकिंग के उद्देश्य से भी किया जा रहा है। इसमें सरकार के पास टोल प्लाजा से गुजरने वाली हर गाड़ी का रिकॉर्ड होगा।
अपने वाहन के फास्टैग से संबंधित जानकारी देखने के लिए माय फास्टैग एप्लीकेशन को भी लॉन्च किया गया है। इस ऐप पर फास्टैग से जुड़े सभी सवालों के जवाब दिए गए हैं। ऐप पर ग्राहक अपने फास्टैग टोल ट्रांजैक्शन को देखने के साथ अकाउंट रिचार्ज भी करवा सकते हैं।
बता दें कि देश में 100 प्रतिशत फास्टैग टोल कलेक्शन को 1 जनवरी 2021 से लागू किया जाना था। हालांकि, कोरोना महामारी के चलते आ रही समस्याओं को देखते हुए सरकार ने इसे लागू करने की तिथि को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है।
मौजूदा समय में टोल कलेक्शन में फास्टैग की भागीदारी 75 प्रतिशत है। केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2020 से नए चारपहिया वाहनों के रजिस्ट्रेशन के साथ फास्टैग लगवाना अनिवार्य कर दिया है।
केंद्र सरकार की मौजूदा रणनीति के अनुसार नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे का काफी तेजी से डिजिटलीकरण किया जा रहा है। केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी सड़क परियोजनाओं में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन भी शामिल है। इस परियोजना में देश के सभी टोल प्लाजा को 100 प्रतिशत कैशलेस किया जा रहा है।
देश के सभी टोल प्लाजा पर डेडिकेटेड फास्टैग लेन भी बनाए गए हैं। फास्टैग एक डिजिटल स्टीकर है जिसे गाड़ियों के शीशे पर लगाया जाता है। यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी पर काम करती है। जब गाड़िया टोल प्लाजा से गुजरती हैं तब फास्टैग से जुड़े बैंक या प्रीपेड अकाउंट से अपने आप ही टोल टैक्स का भुगतान हो जाता है।
इससे गाड़ियों को टोल पलजा पर रुक कर टोल भुगतान करने की आवश्यकता नहीं पड़ती, जिससे समय की बचत होती है साथ ही प्रदूषण में कम होता है। 100 प्रतिशत टोल कलेक्शन लागू होने के बाद गाड़ियां टोल प्लाजा पर नहीं रुकेंगी जाम की स्थिति से भी निजात पाया जा सकेगा।
फास्टैग जारी करने का काम बैंकों और पॉइंट-ऑफ-सेल केंद्रों को सौंपा गया है। फास्टैग को ट्रांसपोर्ट ऑफिस से भी ख़रीदा जा सकता है। फास्टैग लेने के लिए आपको केवाईसी और व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट देना होगा। फास्टैग अमेजन और पेटीएम पर ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है।
बता दें कि फास्टैग लेन में चल रहे बिना फास्टैग वाले वाहनों से दंड के रूप में दोगुना टोल टैक्स वसूल करने का प्रावधान है। यह इसलिए क्योंकि फास्टैग उपयोगकर्ताओं को लेन में इंतजार न करना पड़े और ट्रैफिक जाम की समस्या न हो।
फास्टैग के आने के बाद टोल कलेक्शन में दिनों दिन वृद्धि हो रही है। फास्टैग का प्रयोग सुरक्षा और वाहन की ट्रैकिंग के उद्देश्य से भी किया जा रहा है। इसमें सरकार के पास टोल प्लाजा से गुजरने वाली हर गाड़ी का रिकॉर्ड होगा।
अपने वाहन के फास्टैग से संबंधित जानकारी देखने के लिए माय फास्टैग एप्लीकेशन को भी लॉन्च किया गया है। इस ऐप पर फास्टैग से जुड़े सभी सवालों के जवाब दिए गए हैं। ऐप पर ग्राहक अपने फास्टैग टोल ट्रांजैक्शन को देखने के साथ अकाउंट रिचार्ज भी करवा सकते हैं।