राजस्थान / FASTag में हो रहा है फ्रॉड, पैसे बचाने को बड़ी गाड़ी वाले लगा रहे छोटी गाड़ी का टैग

देशभर में 15 फरवरी से लागू फास्ट टैग की अनिवार्यता करते हुए देश के सभी नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा पर कैश लेना बंद कर दिया गया। नेशनल हाईवे पर चलने वाले बिना फास्ट टैग वाले वाहनों को मौके पर तुरंत टैग लगवाने और ऐसा नहीं करने पर दुगुनी राशि वसूलने का नियम लागू किया गया। कुछ दिनों की परेशानी के बाद यह फास्ट टैग धीरे-धीरे सुचारू रूप से शुरू हो गया

Delhi: देशभर में 15 फरवरी से लागू फास्ट टैग की अनिवार्यता करते हुए देश के सभी नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा पर कैश लेना बंद कर दिया गया। नेशनल हाईवे पर चलने वाले बिना फास्ट टैग वाले वाहनों को मौके पर तुरंत टैग लगवाने और ऐसा नहीं करने पर दुगुनी राशि वसूलने का नियम लागू किया गया। कुछ दिनों की परेशानी के बाद यह फास्ट टैग धीरे-धीरे सुचारू रूप से शुरू हो गया लेकिन राजस्थान के जोधपुर-जैसलमेर हाईवे पर सस्ते में निकलने के लिए शातिर लोगों ने नया जुगाड़ ढूंढ निकाला जिसे देख हर कोई हैरान रह गया।

दरअसल, फास्ट टैग में पैसा कम लगे इसके लिए जोधपुर-जैसलमेर हाईवे के नेशनल हाईवे नंबर 125 पर बने जसनाथ नगर टोल प्लाजा पर शातिर लोगों का कारनामा सामने आया है। उन्होंने अपनी बस पर कार-जीप कैटेगरी का फास्ट टैग लगा लिया जिससे कार की कैटेगरी के पैसे वसूले जाएं। यह जुगाड़ कई दिनों तक टोल प्लाजा पर बेखौफ चलता रहा लेकिन जब टोल प्लाजा मैनेजर सुरेश शर्मा को प्रतिदिन होने वाली आय कम होती दिखी तब बारीकी से टोल पर आने-जाने वाले वाहनों की तहकीकात शुरू की। जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ।

जसनाथ नगर टोल प्लाजा के मैनेजर सुरेश शर्मा ने बताया कि इस रूट पर बस नंबर RJ-19-PA-8611 ने कार कैटेगरी का टैग लगा रखा था जिससे जब बस टोल पर आए तो कार कैटेगरी के हिसाब से 90 रुपये वसूल लिए जाए। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि इस बस में जो टैग लगा हुआ था वह एक बोलेरो गाड़ी नंबर (RJ19 UB 4973) का है। वहीं, एक ऐसा टैग नम्बर 34161FA8203288AC088FFE40 से एक बोलेरो- RJ 43 GA 0504 और बस नम्बर RJ19 PA 1198, व बोलेरो कैंपर नम्बर RJ19 GE 9955, RJ19 GE 1852 व बोलेरो नम्बर RJ39 UA 1136 वाहन यह तीनों टोल से रोज निकल रहे थे। फिर भी किसी को शक नहीं हुआ।

जबकि सच्चाई यह है कि यह टैग नम्बर स्कॉर्पियो RJ14 UD 6975 को एलॉट हो रखा है। जब मौके पर आजतक की टीम पहुंची, तब एक बोलेरो गाड़ी नम्बर RJ 07 GD 3174 जिस पर फास्ट टैग कार का लगा रखा था उसकी कारस्तानी मौके पर पकड़ी गई। ज्यादातर बसें और कारों के ड्राइवर फास्ट टैग को कांच पर ना लगा कर जेब में रखते हैं जैसे ही टोल आता है तो जेब से निकालकर टोल प्लाजा पर दिखा दिया जाता है जिससे कि गाड़ी तुरंत निकल जाती है।

इस तरीके से यह बस इस रूट पर तीन टोल प्लाजा से गुजरती थी और इन तीनों पर जाने और वापस आने पर बस के हिसाब से तकरीबन 900 रुपये का टोल शुल्क लगता है। लेकिन कार जीप कैटेगरी का फास्ट टैग लगा होने से सिर्फ 270 रुपये में ही बस निकल जाती है। वही, शर्मा ने बताया कि दो दर्जन से ज्यादा फर्जी आधार कार्ड भी जब्त किए गए हैं। यह उन लोगों के नकली आधार कार्ड हैं जो अपने आप को इस गांव का बताकर टोल पर पार हो जाते थे। उन लोगों के आधार कार्ड चेक किए तो तकरीबन दो दर्जन आधार कार्ड फर्जी निकले।