AajTak : Sep 13, 2020, 08:37 AM
Pune: कोरोना वायरस के खतरे को हल्के में लेकर नियमों का पालन न करने वालों पर पुणे पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। 2 सितंबर से लेकर 10 सितंबर तक बिना मास्क घरों से बाहर निकलने वालों के खिलाफ सख्ती दिखाते पुणे पुलिस ने पीएमसी के साथ मिलकर 27,989 लोगों के चालान किए हैं। 500 रुपये के चालान से 13,994,500 रुपये इकट्ठा हुए हैं।
पुणे पुलिस के डीसीपी बच्चन सिंह ने शनिवार को आंकड़े जारी किए हैं, जिनमें बताया गया कि 2 सितंबर से 10 सितंबर के बीच कुल 27,989 उल्लंघनकर्ता पकड़े गए हैं और हर एक उल्लंघनकर्ता पर मास्क नहीं पहनने पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया गया।
चालान से 1.5 करोड़ रुपये इकट्ठा हुए कोरोना वायरस नियमों का पालन नहीं किया या मास्क न पहनकर खुद और दूसरों के संक्रमित होने का खतरा पैदा किया, उनसे जुर्माने के रूप में अब तक कुल 1,39,94,500 रुपये वसूले जा चुके हैं। जिला कलेक्टर राजेश देशमुख का कहना है कि पुणे के ग्रामीण इलाकों में मास्क न पहनने वालों से जुर्माने के रूप में लगभग 1।5 करोड़ रुपये जमा किए जा चुके हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना का कहर बता दें, महाराष्ट्र में कोरोना का कहर सबसे ज्यादा देखने को मिला है। पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 22,084 नए मामले सामने आए हैं, जबकि इसी दौरान इलाज करा रहे 391 मरीजों ने दम तोड़ दिया। इस दौरान 13,489 लोगों ने कोरोना को मात भी दी और डिस्चार्ज होकर अपने घर लौटे।
पुणे पुलिस के डीसीपी बच्चन सिंह ने शनिवार को आंकड़े जारी किए हैं, जिनमें बताया गया कि 2 सितंबर से 10 सितंबर के बीच कुल 27,989 उल्लंघनकर्ता पकड़े गए हैं और हर एक उल्लंघनकर्ता पर मास्क नहीं पहनने पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया गया।
चालान से 1.5 करोड़ रुपये इकट्ठा हुए कोरोना वायरस नियमों का पालन नहीं किया या मास्क न पहनकर खुद और दूसरों के संक्रमित होने का खतरा पैदा किया, उनसे जुर्माने के रूप में अब तक कुल 1,39,94,500 रुपये वसूले जा चुके हैं। जिला कलेक्टर राजेश देशमुख का कहना है कि पुणे के ग्रामीण इलाकों में मास्क न पहनने वालों से जुर्माने के रूप में लगभग 1।5 करोड़ रुपये जमा किए जा चुके हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना का कहर बता दें, महाराष्ट्र में कोरोना का कहर सबसे ज्यादा देखने को मिला है। पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 22,084 नए मामले सामने आए हैं, जबकि इसी दौरान इलाज करा रहे 391 मरीजों ने दम तोड़ दिया। इस दौरान 13,489 लोगों ने कोरोना को मात भी दी और डिस्चार्ज होकर अपने घर लौटे।