Vikrant Shekhawat : Jun 19, 2021, 06:24 AM
Delhi: महीने भर कोरोना से जूझने के बाद फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह जिंदगी की जंग हार गए हैं। इसी हफ्ते उनकी पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह का देहांत भी कोरोना की वजह से हो गया था, मिल्खा सिंह ने 91वीं साल में अपनी अंतिम सांस ली है वहीं निर्मल मिल्खा सिंह 85 वर्ष की थीं। बीते दिनों ही मिल्खा सिंह कोरोना नेगेटिव हुए थे, लेकिन अचानक से उनकी तबीयत नाजुक होने लगी इसके बाद उन्हें चंडीगढ़ के PGI अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां उनकी मौत हो गई है।
'फ्लाइंग सिख' मिल्खा सिंह की पत्नी का कोरोना से निधन, अंतिम संस्कार में नहीं हो पाए शामिलइसी हफ्ते पत्नी की मौत हो जाने के बाद वे मिल्खा सिंह अपनी पत्नी के दाह संस्कार में भी शामिल नहीं हो सके थे क्योंकि वे खुद भी आईसीयू में भर्ती थे। चंडीगढ़ के PGIMER अस्पताल ने भी एक स्टेटमेंट जारी करके उनके निधन की सूचना दी है। अस्पताल ने अपने स्टेटमेंट में बताया है ''मिल्खा सिंह 3 जून को PGIMER अस्पताल में भर्ती हुए थे। 13 तारीख तक यहां उनका कोरोना का इलाज चलता रहा। अंततः वे कोरोना नेगेटिव आ गए। हालांकि बाद में पोस्ट कोविड दिक्कतें आने के कारण उन्हें कोविड अस्पताल से मेडिकल ICU में भर्ती कर दिया गया। लेकिन डॉक्टरों की टीम के द्वारा की गई पूरी कोशिशों के बाद भी वे क्रिटिकल कंडीशन से बाहर नहीं आ सके और 18 जून की रात 11।30 बजे वे स्वर्ग के लिए प्रस्थान कर गए।''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा है ''हमने एक महान खिलाड़ी खो दिया है''आपको बता दें कि फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह साल 1960 में हुए रोम ओलंपिक की 400 मीटर दौड़ के फाइनल मैच में चौथे स्थान पर रहे थे।
'फ्लाइंग सिख' मिल्खा सिंह की पत्नी का कोरोना से निधन, अंतिम संस्कार में नहीं हो पाए शामिलइसी हफ्ते पत्नी की मौत हो जाने के बाद वे मिल्खा सिंह अपनी पत्नी के दाह संस्कार में भी शामिल नहीं हो सके थे क्योंकि वे खुद भी आईसीयू में भर्ती थे। चंडीगढ़ के PGIMER अस्पताल ने भी एक स्टेटमेंट जारी करके उनके निधन की सूचना दी है। अस्पताल ने अपने स्टेटमेंट में बताया है ''मिल्खा सिंह 3 जून को PGIMER अस्पताल में भर्ती हुए थे। 13 तारीख तक यहां उनका कोरोना का इलाज चलता रहा। अंततः वे कोरोना नेगेटिव आ गए। हालांकि बाद में पोस्ट कोविड दिक्कतें आने के कारण उन्हें कोविड अस्पताल से मेडिकल ICU में भर्ती कर दिया गया। लेकिन डॉक्टरों की टीम के द्वारा की गई पूरी कोशिशों के बाद भी वे क्रिटिकल कंडीशन से बाहर नहीं आ सके और 18 जून की रात 11।30 बजे वे स्वर्ग के लिए प्रस्थान कर गए।''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा है ''हमने एक महान खिलाड़ी खो दिया है''आपको बता दें कि फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह साल 1960 में हुए रोम ओलंपिक की 400 मीटर दौड़ के फाइनल मैच में चौथे स्थान पर रहे थे।