Vikrant Shekhawat : Mar 30, 2022, 07:56 AM
पूर्व CM वसुंधरा राजे के दिल्ली दौरे से यहां राजस्थान में सियासी हलचल तेज हो गई है। वह लगातार पार्टी के बड़े व केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर रही हैं। इसी क्रम में उन्होंने मंगलवार को संसद भवन में राजे ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लंबी मुलाकात की। आधिकारिक रूप से राजे ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया है। राजे ने नड्डा को चार राज्यों में हुई बीजेपी की जीत पर बधाई देने और आने वाले समय में जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, उनमें जीत की अग्रिम शुभकामनाएं देने की बात कही है। जानकार इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले रहे हैं।
वसुंधरा राजे ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी मुलाकात की थी। देहरादून में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात हुई थी।
पिछले सप्ताह भर से वसुंधरा राजे दिल्ली में लगातार सक्रिय हैं और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात कर रही हैं। इन मुलाकातों को उन्हें नई जिम्मेदारी मिलने से जोड़कर देखा जा रहा है। अभी यह साफ नहीं है कि सत्ता या संगठन में कहां उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी, लेकिन उनकी अचानक सक्रियता को सामान्य नहीं माना जा सकता। इसके पीछे सियासी वजह बताई जा रही है। बीजेपी में उनके समर्थक उनकी अगली भूमिका को लेकर इंतजार कर रहे हैं। बीजेपी में बदले हुए सियासी हालात में दर्जन भर नेता CM फेस बनने की दावेदारी कर रहे हैं।
वसुंधरा राजे ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी मुलाकात की थी। देहरादून में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात हुई थी।
पिछले सप्ताह भर से वसुंधरा राजे दिल्ली में लगातार सक्रिय हैं और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात कर रही हैं। इन मुलाकातों को उन्हें नई जिम्मेदारी मिलने से जोड़कर देखा जा रहा है। अभी यह साफ नहीं है कि सत्ता या संगठन में कहां उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी, लेकिन उनकी अचानक सक्रियता को सामान्य नहीं माना जा सकता। इसके पीछे सियासी वजह बताई जा रही है। बीजेपी में उनके समर्थक उनकी अगली भूमिका को लेकर इंतजार कर रहे हैं। बीजेपी में बदले हुए सियासी हालात में दर्जन भर नेता CM फेस बनने की दावेदारी कर रहे हैं।